सीएमओ कार्यालय में एएनएम और स्टाफ नर्स को दिया गया प्रशिक्षण
जालौन 12 फरवरी 2021 : शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात एएनएम और स्टाफ नर्स का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में किया गया। इस प्रशिक्षण में स्वास्थ्य कर्मियों को एचआईवी और यौन संक्रमित रोगों की जांच के बारे में प्रशिक्षित किया गया।

सक्षम प्रोजेक्ट के तत्वावधान में आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुग्रीव बाबू ने कहा कि जो भी गर्भवती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज के लिए आती है तो उसकी एचआईवी व अन्य यौन संक्रमित रोगों की जांच जरूर कराएं ए। यही नहीं उनसे इस बारे में खुलकर सवाल जवाब भी करें। उन्हें समझाएं कि वह इस बारे में संकोच छोड़कर खुलकर बात करें। उनकी जांच की गोपनीयता बरकरार रखी जाएगी। उनके द्वारा बताई गई बातों से इलाज में भी सहूलियत मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया है कि अब ऐसी तकनीकी आ गई है कि यदि कोई मां एचआईवी एड्स संक्रमित है तो उसके होने वाले बच्चे को एचआईवी संक्रमित होने से बचाया जा सकता है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ बीएम खैर ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र में भी गर्भवती की जांच होती है। ऐसे में इन सत्रों में भी एचआईवी एड्स के बारे में महिलाओं, किशोरियों और गर्भवती को जागरुक करें। यह प्रशिक्षण भी इसीलिए दिया जा रहा है कि वह खुद प्रशिक्षित होकर दूसरों को जागरुक करें और वीएचएनडी सत्र के दौरान इसका लाभ ले सकें। हर गर्भवती की एचआईवी जांच करना बहुत जरूरी है।
ममता संस्था के परियोजना अधिकारी पुरुषोत्तम तिवारी ने बताया कि एचआईवी ग्रसित मां से होने वाले संक्रमण से गर्भस्थ शिशु के बचाव के लिए संस्था की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। पैदा होने के 60 दिन के अंदर जांच कराई जाती है। प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाणपत्र भी दिए गए। क्षय रोग विभाग के टीबी एचआईवी को.आर्डिनेटर शहनवाज खान ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस दौरान सुरजीत, विजय राव, प्रीति आदि मौजूद रहीं।