आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव है "गीता उत्सव" : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव है "गीता उत्सव" : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

श्रीमद् भगवत गीता सिर्फ धार्मिक ग्रंथ नहीं, जीवन जीने का मार्गदर्शक ग्रंथ भी है

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्रीमद् भगवत गीता पर केन्द्रित गीता उत्सव के अभियान पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि इस उत्सव का महत्व इसलिए और भी बढ़ जाता है क्योंकि देश में पहली बार गीता पर आधारित शिक्षा प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भगवत गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की महान कला सिखाने वाला मार्गदर्शक ग्रंथ भी है। उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव हमारी महान सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का उत्सव है। यह एक अद्भुत अवसर है जिसके माध्यम से हम श्रीमद् भगवत गीता के अमूल्य ज्ञान और प्रेरणा को अपने जीवन में आत्मसात कर सकते है।

मूल्य आधारित शिक्षा प्रतियोगिता

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में आयोजित श्रीमद् भगवत गीता के जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। स्कूल शिक्षा एवं इस्कॉन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस प्रतियोगिता के माध्यम से गीता की अमूल्य शिक्षा और जीवन मूल्यों को गहराई से समझने और उन्हें आत्मसात करने का अद्भुत अवसर मिलेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता न केवल लोगों के बौद्धिक विकास में सहायक होगी बल्कि उनमें धैर्य, आत्म नियंत्रण और सही निर्णय लेने की क्षमता का भी विकास करेगी। गीता उत्सव के माध्यम से लोगों को गीता के गहन संदेशों को आत्मसात करने और अपने जीवन को ऊर्जावान और सही दिशा प्रदान करने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों से गीता उत्सव कार्यक्रम में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि इस उत्सव में शामिल होकर इसे अविस्मरणीय बनाएं।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS