सुखद रेल यात्रा : वंदे भारत एक्सप्रेस की कहानी

सुखद रेल यात्रा : वंदे भारत एक्सप्रेस की कहानी

भारत सरकार ने 'मेक इन इंडिया' अभियान को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। 'मेक इन इंडिया' की सफलता की कहानी के एक उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में, भारतीय रेलवे ने भारत की पहली स्वदेशी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन, वंदे भारत एक्सप्रेस लॉन्च की थी। यह आधुनिक, कुशल और आरामदायक रेल यात्रा के लिए भारत की आकांक्षाओं का प्रतीक बन गया है।

15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी मार्ग पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई थी। भारतीय रेलवे में कुल 102 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं (51 ट्रेनें) चल रही हैं, जो ब्रॉड गेज (बी.जी.) विद्युतीकृत नेटवर्क वाले राज्यों को जोड़ती हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान, वंदे भारत ट्रेनों में यात्रा करने के लिए लगभग 31.84 लाख बुक किए गए थे। इस अवधि के दौरान वंदे भारत ट्रेनों की कुल ऑक्यूपेंसी 96.62% रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अगस्त, 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, जो उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों में कनेक्टिविटी बढ़ाएगी। प्रधानमंत्री के 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को मूर्त रूप देने वाली ये अत्याधुनिक ट्रेनें तीन प्रमुख मार्गों (मेरठ सिटी-लखनऊ, मदुरै-बेंगलुरु, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल) पर परिवहन लिंक में सुधार करेंगी।

वंदे भारत ट्रेनें इन क्षेत्रों के निवासियों को स्पीड के साथ -साथ आराम  सुनिश्चित करके एक विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करेंगी। ये ट्रेनें शीर्ष स्तरीय सुविधाओं और उन्नत सुरक्षा सुविधाओं जैसे कवच तकनीक, 360-डिग्री घूमने वाली सीटें, दिव्यांगजनों के लिए सुलभ शौचालय और एकीकृत ब्रेल साइनेज आदि से सुसज्जित हैं।

मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस

मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस मेरठ को लखनऊ से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत सेवा है। इस ट्रेन से मेरठ में दिगंबर जैन मंदिर, मनसा देवी मंदिर, सूरजकुंड मंदिर, औघड़नाथ मंदिर और हनुमान चौक मंदिर सहित लखनऊ में चंद्रिका देवी मंदिर, भूतनाथ मंदिर और बुद्धेश्वर महादेव मंदिर आदि विभिन्न तीर्थ स्थलों के लिए एक तेज़ और अधिक कुशल यात्रा विकल्प प्रदान करके क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, वंदे भारत एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश की राजधानी के लिए त्वरित कनेक्टिविटी में सुधार करके मेरठ क्षेत्र में उद्योगों- जैसे खेल के सामान, संगीत वाद्ययंत्र, चीनी और इलेक्ट्रॉनिक्स को एक बड़ा बढ़ावा प्रदान करेगी।

मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस

मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस तिरुचिरापल्ली मार्ग के माध्यम से मदुरै को बेंगलुरु से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन है। यह सेवा तमिलनाडु के जीवंत मंदिर शहर मदुरै को कर्नाटक राज्य की राजधानी बेंगलुरु के महानगरीय शहर से जोड़ेगी। इसके अतिरिक्त, यह व्यावसायिक पेशेवरों, छात्रों, कामकाजी कर्मियों और तमिलनाडु में अपने गृहनगर से बेंगलुरु के महानगरीय केंद्र तक यात्रा करने वाले अन्य यात्रियों के लिए सुविधाजनक यात्रा प्रदान करेगा।

चेन्नई एग्मोर- नागरकोइल वंदे भारत

चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत, सुंदर शहर नागरकोइल को चेन्नई से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन है। तमिलनाडु के भीतर 726 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए, यह ट्रेन कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, विरुधुनगर मदुरै, डिंडीगुल, त्रिची, पेरम्बलुर, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू और चेन्नई सहित 12 जिलों के निवासियों को आधुनिक और तेज़ यात्रा अनुभव प्रदान करती है। इस सेवा से मदुरै में दिव्य अरुलमिगु मीनाक्षी अम्मन मंदिर और कन्याकुमारी में कुमारी अम्मन मंदिर की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को भी बहुत लाभ होगा।

भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 1 सितंबर, 2024 को बीईएमएल के बैंगलोर रेल परिसर में भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेनसेट को हरी झंडी दिखाई। ट्रेनसेट को भारत के अग्रणी रेल और मेट्रो निर्माता बीईएमएल द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित किया गया है।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट से भारत में लंबी दूरी की रेल यात्रा में क्रांति लाने और आराम, सुरक्षा और दक्षता के लिए नए मानक स्थापित करने की उम्मीद है। ट्रेन कई विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें यूएसबी चार्जिंग प्रावधान के साथ एक एकीकृत रीडिंग लाइट, सार्वजनिक घोषणा और दृश्य सूचना प्रणाली, अंदर डिस्प्ले पैनल और सुरक्षा कैमरे, मॉड्यूलर पैंट्री और अलग-अलग यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय शामिल हैं।


इसके अतिरिक्त, फर्स्ट एसी कार गर्म पानी के साथ शॉवर प्रदान करती है, जिससे यात्री आराम बढ़ता है। बेहद  बारीकी के साथ सावधानीपूर्वक ढंग से इंजीनियर किया गया है।  ट्रेनसेट फ्रंट नोज़ कोन से लेकर आंतरिक पैनल, सीटें, स्लीपर बर्थ और अन्य सभी तत्वों में सौंदर्य अपील और कार्यक्षमता दोनों को प्राथमिकता देता है।

बीईएमएल ने इलेक्ट्रिकल, प्रोपल्शन, बोगियों, बाहरी प्लग दरवाजे, ब्रेक सिस्टम और एचवीएसी सहित महत्वपूर्ण प्रणालियों के एकत्रीकरण का नेतृत्व किया है, जो पूरे ट्रेनसेट में निर्बाध एकीकरण और अधिकतम प्रदर्शन सुनिश्चित करता है। संपूर्ण मैन्युफेक्चरिंग और असेंबली प्रक्रिया को बीईएमएल में कंसोलिडेट किया गया है, जो गुणवत्ता और सटीकता के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

निष्कर्ष

वंदे भारत एक्सप्रेस ने गति, आराम और सुरक्षा का एक अनूठा कॉम्बिनेशन पेश करके भारत में रेल यात्रा में क्रांति ला दी है। इस सेवा के निरंतर विस्तार के साथ, भारतीय रेलवे का लक्ष्य देश भर में कनेक्टिविटी को और बढ़ाना, आर्थिक विकास और क्षेत्रीय विकास में योगदान देना है। वंदे भारत एक्सप्रेस की सफलता स्वदेशी विनिर्माण में भारत की क्षमताओं का प्रमाण है और 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

वंदे भारत एक्सप्रेस भारतीय रेलवे के भविष्य का प्रतिनिधित्व करती है, जो इनोवेशन, आत्मनिर्भरता और सतत विकास के लिए देश की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। जैसे-जैसे अधिक मार्ग जोड़े जाएंगे और सेवाओं का विस्तार होगा, वंदे भारत एक्सप्रेस पूरे भारत में लाखों यात्रियों के यात्रा अनुभव को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS