पोषण ट्रैकर संबंधी आंकड़ों की उपलब्धता
पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन का डेटा मार्च 2021 से सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध है। आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण वितरण सहायता प्रणालियों को सशक्त बनाने और पारदर्शिता लाने के लिए आईटी प्रणालियों का लाभ उठाया गया है। पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन परिभाषित संकेतकों पर सभी आंगनवाड़ी केंद्रों, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों और लाभार्थियों की निगरानी और ट्रैकिंग की सुविधा प्रदान करता है। बच्चों में कुपोषण की व्याप्तता की गतिशील पहचान के लिए पोषण ट्रैकर के तहत प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया जा रहा है। मोबाइल एप्लिकेशन ने आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले भौतिक रजिस्टरों के डिजिटलीकरण और स्वचालन की भी सुविधा प्रदान की है जो उनके काम की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद करता है। नवंबर 2023 के आंकड़ों में 10.01 करोड़ पंजीकृत लाभार्थी दर्शाए गए है जिनमें बच्चे (0 से 6 वर्ष), गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं शामिल हैं। इसके अलावा, पूर्वोत्तर राज्यों और आकांक्षी जिलों की 14-18 वर्ष आयु वर्ग की 22.70 लाख किशोरियां भी लाभार्थियों के रूप में नामांकित हैं। यह डाटा दर्शाता है कि 0 से 6 वर्ष के आयु समूह के 7.44 करोड़ बच्चों का माप किया गया था। पोषण ट्रैकर के अनुसार दुबलेपन की व्याप्तता 6% है जो एनएफएचएस 5 के 19.3% के स्तर से काफी कम है।
यह जानकारी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की मंत्री श्रीमती स्मृति ज़ूबिन इरानी ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।