पेपर लीक होना एक घातक बीमारी : उपराष्ट्रपति

पेपर लीक होना एक घातक बीमारी : उपराष्ट्रपति

पेपर लीक जैसी घिनौनी हरकत करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए- उपराष्ट्रपति

पेपर लीक करने वालों को कानून और समाज दोनों से कड़ी सजा मिलनी चाहिए- श्री धनखड़

योग्यता के आधार पर प्रतिभाओं को आगे आना होगा- उपराष्ट्रपति

सरकारी योजनाओं से लोगों को मिला लाभ - उपराष्ट्रपति

नारी शक्ति वंदन अधिनियम का पास होना ऐतिहासिक - उपराष्ट्रपति

समाज के प्रत्येक वर्ग को प्रतिनिधित्व मिले - उपराष्ट्रपति श्री धनखड़

मोदी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय लक्ष्मणगढ़ के छात्रों से उपराष्ट्रपति ने संवाद किया

उपराष्ट्रपति ने आज संसद भवन में राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ स्थित मोदी विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय से आई छात्राओं को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान हाल ही में हुई पेपर लीक की घटनाओं का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि पेपर लीक और चीटिंग बहुत घातक बीमारी है। जो भी पेपर लीक में सहयोग करते हैं, पेपर लीक से आर्थिक लाभ कमाते हैं, पेपर को बेचकर पैसा कमाते हैं, वह सबसे पहले आपकी योग्यता पर कुठाराघात करते हैं, वह आपकी मेहनत पर पानी फेर देते हैं, वह आपकी कड़ी मेहनत पर पानी फेर देते हैं, ऐसा किसी व्यवस्था में नहीं होना चाहिए।


श्री धनखड़ ने कहा हम ऐसे समय में रह रहे हैं जब हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे और बच्चियां समानता का अधिकार लें, प्रतियोगिता करें, योग्यता के आधार पर उनको स्थान मिले, और ज्यों ही किसी के हाथ में पेपर आ गया वह उनसे आगे निकल जाएगा जिन्होंने अपना खून पसीना एक कर कड़ी मेहनत कर कक्षाओं में उपस्थित होकर, गुरुजनों से ज्ञान लेकर, पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दी है। और एक वह है जिसको पेपर मिल गया वह उसी के हिसाब से तैयारी करके गया गया और वह आगे निकल जाएगा।


उपराष्ट्रपति ने जोर देते हुए कहा यह बहुत बड़ी बीमारी है, इस बीमारी का अंत होना बहुत जरूरी है यह हमारी प्रतिभा जो बच्चे बच्चियों में है उसे पर एक तरीके से डाका है। और जो लोग इस घिनौनी हरकत में पड़ते हैं - पैसे के लाभ के लिए - वह समाज की व्यवस्था पर डकैती डालते हैं। वह प्रतिभा पर कुठाराघात करते हैं, ऐसा कभी नहीं होना चाहिए। और जो भी ऐसा दुष्कर्म करते हैं उनको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, उन्हें कानून और समाज दोनों से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।



नई संसद भवन का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा यह शानदार भवन जो आपने अभी देखा है यह सिर्फ ढाई साल में बन कर तैयार हुआ है। आज आपने दुनिया की सबसे बड़ी पंचायत को आज देखा है, दुनिया में इससे बड़ी पंचायत कहीं नहीं है और यह पंचायत कुछ महीने पहले इतिहास की साक्षी बनी है। इसी पंचायत ने 20 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन लोकसभा में और 21 सितंबर को राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक पास किया है। यह बहुत बड़ा डेवलपमेंट है यह आने वाले कई दशकों तक भारत मां का मान बढ़ाएगा।


लोकसभा ने 20 सितंबर को, और 21 सितंबर को राज्यसभा ने Women Reservation Bill पास करा।


यह बहुत बड़ा development है, यह आने वाले कई दशकों तक भारत माँ को प्रभावित करेगा।


अब कोई चाहे या ना चाहे, हर असेंबली में और लोकसभा में 1/3 महिला होगी।


महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा अब कोई चाहे या ना चाहे हर असेंबली में और पार्लियामेंट की लोकसभा में एक तिहाई महिलाएं होंगी, 33% महिलाएं निश्चित रूप से हर विधान सभा और लोकसभा में रहेगी। उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने बेटियों की प्रशंसा करते हुए कहा आज बेटियां उन बुलंदियों पर पहुंच गई हैं जहां कभी किसी ने कल्पना नहीं की थी वह सिर्फ पायलट ही नहीं बनी है वह फाइटर प्लेन उड़ती हैं सेवा क्षेत्र में महिलाओं को बेटियों को महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।


रिजर्वेशन 33% है । मतलब की अब निश्चित है की 33% महिलाएं भारत की हर विधायिका में और लोकसभा में रहेगी।


इस रिजर्वेशन में भी रिजर्वेशन है, डॉक्टर अंबेडकर का जो सिद्धांत है, कि समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व मिले।


देश की मजबूत अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने कहा आज पूरी दुनिया भारत में निवेश करना चाहती है। आपको यह जानना जरूरी है आज भारत बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और आपको इसमें योगदान करना चाहिए। आप सभी लोग ऐसे कालखंड में जी रहे हैं जब भारत बुलंदियों को छू रहा है, यह बहुत गौरव की बात है। हमें भारत और भारतीयता पर गर्व करना चाहिए।


छात्राओं को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने कहा कि ज्ञान अर्जन का माध्यम सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान नहीं है, ज्ञान अर्जन के कई आयाम हैं खेल, भ्रमण, सांस्कृतिक गतिविधियां आदि भी ज्ञान अर्जन के माध्यम हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कभी भी तनाव नहीं लें। तनाव मुक्त होकर पढ़ाई करें और जीवन में जो भी करें उसमें संतोष खोजें, और जिसमें संतोष मिले वही करें।


ज्ञात हो कि उपराष्ट्रपति ने मोदी विश्वविद्यालय में अपने संबोधन के दौरान वहां के छात्र-छात्राओं को नई संसद भवन के भ्रमण करने के लिए आमंत्रित किया था। इसी संदर्भ में आज मोदी विश्वविद्यालय के छात्रों ने भारतीय संसद भवन के नए भवन का भ्रमण किया और उपराष्ट्रपति से मुलाकात की। छात्रों ने नए संसद भवन के भ्रमण के लिए उपराष्ट्रपति का धन्यवाद किया।


नए भवन की भव्य इमारत को देखकर छात्र-छात्राएं अभीभूत हो गए। अत्याधुनिक तकनीक और भारतीय संस्कृति और सभ्यता के लोकाचारों से ओतप्रोत संसद  के नए भवन को देखकर छात्र-छात्राएं मंत्र मुग्ध हो गए।


इस अवसर पर राज्य सभा सचिवालय के महासचिव श्री पीसी मोदी, राज्य सभा के सचिव, रजित पुनहानी, अपर सचिव, वंदना कुमार एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS