दतिया में पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान और मात्स्यिकी कॉलेजों का उद्घाटन
कृषि क्षेत्र के विकास में वैज्ञानिकों का बहुत बड़ा योगदान- श्री तोमर
बुंदेलखंड के लिए केंद्र सरकार से मिली बहुत बड़ी सौगात-श्री नरोत्तम मिश्रा
रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी के अंतर्गत पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान तथा मात्स्यिकी महाविद्यालयों का उद्घाटन दतिया (मध्य प्रदेश) के ग्राम नौनेर में आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, सांसद श्रीमती संध्या राय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक, कुलाधिपति डॉ. पंजाब सिंह तथा कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह मुख्य रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि आईसीएआर के वैज्ञानिकों का कृषि क्षेत्र के विकास में बहुत बड़ा योगदान है। श्री तोमर ने कहा कि बुंदेलखण्ड खेती के लिए प्रसिद्ध रहा है, क्षेत्र में पलायन के बजाय कृषि वैज्ञानिकों के कार्यों की बदौलत खेती अब तेजी से फल-फूल रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यहां जैविक व प्राकृतिक खेती को भी निश्चय ही बढ़ावा मिलेगा। हमारे कृषि वैज्ञानिक हर चुनौती का समाधान देने के लिए तत्पर है।
श्री तोमर ने कहा कि आज हमारा देश दूसरों की मदद करने वाला देश बन गया है। कृषि विभाग, पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभागों में नवाचारों से देश को काफी लाभ प्राप्त हो रहा है। पहले कहावत थी कि खेती उसकी, जिसके पास पानी है, लेकिन आज यह कहावत बदल गई है, अब खेती उसकी, जिसके पास ज्ञान है। उन्होंने आशा प्रकट की कि ये कॉलेज पूरे देश के लिए कार्य करते हुए सभी के लिए काफी लाभप्रद सिद्ध होगा।
श्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बुंदेलखंड के लिए यह केंद्र सरकार से मिली बहुत बड़ी सौगात है। उन्होंने इसके लिए केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर सहित सभी का आभार प्रकट किया। श्री मिश्रा ने कहा कि क्षेत्र के लिए यह अमूल्य धरोहर है। निश्चित ही दोनों कॉलेज छोटे-मझौले किसानों के सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर से अनुरोध किया कि यहां के किसानों के लिए ड्रोन सुविधा प्रदान की जाएं, जिससे किसानों को खेती-बाड़ी के साथ-साथ अन्य लाभ भी होगा।
कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर कृषि वि.वि. झांसी के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एस.एस. सिंह, निदेशक शोध डॉ. एस.के. चतुर्वेदी, निदेशक शिक्षा डॉ. अनिल कुमार, अधिष्ठाता कृषि डॉ. आर.के. सिंह, अधिष्ठाता मात्स्यिकी डॉ. वी.के. वेहरा, कुलसचिव डॉ. मुकेश श्रीवास्तव, पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. एस.एस. कुशवाह, अधिष्ठाता उद्यानिकी-वानिकी डॉ. एम.जे. डोबरियाल सहित अधिकारी, गणमान्यजन मौजूद थे।