मिनौरा कालपी के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिल रही स्वास्थ्य सेवाएं
मिनौरा कालपी के एनक्वास के लिए आएगी भारत सरकार की टीम
जिले का पहला हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर होगा, जहां आएगी टीम
जालौन : हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर मिनौरा कालपी में अंतरा इंजेक्शन हो या फिर टीकाकरण का काम। यहां पर लाभार्थियों को समय से सुविधाओं के साथ काउंसलिंग भी का जा रही है। लाभार्थी विमलेश कुमारी बताती है कि वह दो बार अंतरा इंजेक्शन लगवा चुकी है। जबकि लाभार्थी रचना देवी का कहना है कि वह छह बार अंतरा इंजेक्शन लगवाकर परिवार नियोजन सेवाएं ले रही है। लाभार्थी गर्भवती रागिनी बताती है कि वह दो बार एचडब्लूसी पर और एक बार जिला महिला अस्पताल जाकर जांच कराई है। वह नियमित एचडब्लूसी आकर स्वास्थ्य सेवाएं ले रही है। ऐसी कई महिलाएं है, जो डब्लूएचसी में आकर स्वास्थ्य सेवाएं लेती है। यहां रोजाना 15 से 20 लोग आकर स्वास्थ्य सेवाएं लेती है।
डकोर ब्लॉक के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर मिनौरा कालपी जनपद का पहला ऐसी स्वास्थ्य इकाई होगी, जहां पर नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) की टीम आकर मूल्यांकन करेगी। भारत सरकार की टीम के आने की तैयारियां शुरू हो गई है। यहां पर अन्य जरुरी सेवाओं के साथ महिला और बच्चों से जुड़ी सेवाएं प्राथमिकता से दी जाती है।
जनपदीय परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेंस डॉ. अरुण कुमार राजपूत ने बताया कि जिले में 156 हेल्थ वेलनेेंस सेंटर सक्रिय है। जिनमें प्रथम चरण में 27 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर-सब सेंटर (एचडब्लूसी) का चयन एनक्वास सर्टिफिटेशन के लिए किया गया है। इसमें जिले के प्रत्येक ब्लॉक से तीन तीन सब सेेंटर चयनित किए गए हैं। इसमें डकोर ब्लॉक में मिनौरा कालपी, चिल्ली और कुरकुरु शामिल है। मिनौरा कालपी के एचडब्लूसी के एनक्वास सर्टिफिकेशन के लिए पांच जुलाई 2023 को भारत सरकार की दो सदस्यीय टीम आ रही है। यह टीम एचडब्लूसी पर मिलने वाली सेवाओं के बारे में जानकारी लेगी और एनक्वास की निर्धारित चेकलिस्ट के आधार पर 550 बिंदुओं अपनी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी।
जिला समुदाय कार्यक्रम प्रबंधक (डीसीपीएम) डॉ. धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि वैसे तो सभी एचडब्लूसी पर निर्धारित सेवाएं उपलब्ध है लेकिन यहां पर स्वास्थ्य, गर्भावस्था, नवजात शिशु देखभाल, परिवार नियोजन जैसी सेवाएं दी जा रही है। यहां तैनात सामुदायिक स्वाथ्य अधिकारी (सीएचओ शालिनी भारती के मुताबिक, रोजाना करीब 15 से 25 मरीज आते हैं। जो भी गर्भवती आती है, उनकी जांच करने के साथ टेली मेडिसन के जरिये इलाज भी कराया जाता है। साथ ही काउंसलिंग भी का जाती है। टीकाकरण का काम भी किया जाता है। सीएचसी डकोर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. इदरीश मोहम्मद ने कहा कि यह अच्छी बात है कि उनके क्षेत्र का पहला एचडब्लूसी एनक्वास सर्टिफिकेशन के लिए चुना गया है। वह तैयारियों में लगे हैं।
एचडब्लूसी से घर के नजदीक मिल रही सेवाएं
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनडी शर्मा ने बताया कि सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से लोगों को घरों के नजदीक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा रही है। अब एचडब्लूसी का भी एनक्वास सर्टिफिफेशन कराया जा रहा है। इसमें विभागीय स्तर और अन्य विभागों के सहयोग से जो भी कमियां है, उसे समय रहते पूरा कर लिया जाएगा।