सीडीसी लाइट ट्रैप की मशीन से होगी मच्छरों की ट्रैकिंग

सीडीसी लाइट ट्रैप की मशीन से होगी मच्छरों की ट्रैकिंग  मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों पर होगा शोध, तुलसीधाम के पास किया गया मशीन का ट्रायल  जालौन : दिल्ली से आई सीडीसी लाइट ट्रैप मशीन के माध्यम से मच्छरों की जांच होगी और उनसे फैलने वाली बीमारियों का पता लगाया जाएगा। शहर के मोहल्ला पटेलनगर तुलसीधाम के पास इस मशीन के माध्यम से मच्छरों की ट्रैकिंग की गई।    झांसी से आए मंडलीय कीट वैज्ञानिक ​रविदास ने बताया कि दिल्ली से सीडीसी लाइट ट्रैप मशीन मंगाई गई है। इसे मंडलीय प्रयोगशाला झांसी के माध्यम से झांसी, ललितपुर और जालौन जनपद में मच्छरों की रोकथाम के लिए काम किया जाएगा। इस मशीन में मच्छरों की ट्रैकिंग करने के साथ उन पर शोध भी होगा और उनसे फैलने वाली बीमारियों का पता चला जाएगा। यह मशीन वेक्टर सर्विलांस का भी काम करेगी। जिससे डिजीज वेक्टर की पहचान हो सकेगी। इस मशीन का ट्रायल शुरु हो गया है। उरई शहर के मोहल्ला पटेलनगर तुलसीधाम के आसपास इस मशीन के माध्यम से मच्छरों की ट्रैकिंग का ट्रायल किया गया। अब इस मशीन का उपयोग जहां भी मच्छर संबंधी बीमारियां फैलेगी, वहां पर सर्विलांस के रुप में किया जाएगा।    जिला मलेरिया अधिकारी जीएस स्वर्णकार ने बताया कि सीडीसी लाइट ट्रैप मशीन से मच्छरों की रोकथाम में मदद मिलेगी। मच्छरों के पनपने और उनके रोग फैलने के कारण, लक्षणों आदि पर शोध किया जा सकेगा। बायोलाजिस्ट भावना वर्मा ने बताया कि इस मशीन का उपयोग शाम सात बजे से रात दस बजे के बीच किया जाता है। इस मशीन में एक बल्ब लगा होता है। इस बल्ब से मच्छर आकर्षित होते है और मशीन में लगे जार में गिर जाते है। इस मशीन को जमीन से दो मीटर की ऊंचाई पर लगाया जाता है। इस मशीन का उपयोग ऐसे स्थान पर किया जाता है, जहां पर वन क्षेत्र जैसा इलाका हो। इस दौरान सीनियर लैब टेक्नीशियन अशोक कुमार श्रीवास्तव, ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव, कीट संग्रहकर्ता जयवर्धन गौतम, जिला फाइलेरिया नियंत्रण इकाई से संजू  कुमार, राजकुमार आदि मौजूद रहे।

सीडीसी लाइट ट्रैप की मशीन से होगी मच्छरों की ट्रैकिंग

मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों पर होगा शोध, तुलसीधाम के पास किया गया मशीन का ट्रायल

जालौन : दिल्ली से आई सीडीसी लाइट ट्रैप मशीन के माध्यम से मच्छरों की जांच होगी और उनसे फैलने वाली बीमारियों का पता लगाया जाएगा। शहर के मोहल्ला पटेलनगर तुलसीधाम के पास इस मशीन के माध्यम से मच्छरों की ट्रैकिंग की गई।


झांसी से आए मंडलीय कीट वैज्ञानिक ​रविदास ने बताया कि दिल्ली से सीडीसी लाइट ट्रैप मशीन मंगाई गई है। इसे मंडलीय प्रयोगशाला झांसी के माध्यम से झांसी, ललितपुर और जालौन जनपद में मच्छरों की रोकथाम के लिए काम किया जाएगा। इस मशीन में मच्छरों की ट्रैकिंग करने के साथ उन पर शोध भी होगा और उनसे फैलने वाली बीमारियों का पता चला जाएगा। यह मशीन वेक्टर सर्विलांस का भी काम करेगी। जिससे डिजीज वेक्टर की पहचान हो सकेगी। इस मशीन का ट्रायल शुरु हो गया है। उरई शहर के मोहल्ला पटेलनगर तुलसीधाम के आसपास इस मशीन के माध्यम से मच्छरों की ट्रैकिंग का ट्रायल किया गया। अब इस मशीन का उपयोग जहां भी मच्छर संबंधी बीमारियां फैलेगी, वहां पर सर्विलांस के रुप में किया जाएगा।


जिला मलेरिया अधिकारी जीएस स्वर्णकार ने बताया कि सीडीसी लाइट ट्रैप मशीन से मच्छरों की रोकथाम में मदद मिलेगी। मच्छरों के पनपने और उनके रोग फैलने के कारण, लक्षणों आदि पर शोध किया जा सकेगा। बायोलाजिस्ट भावना वर्मा ने बताया कि इस मशीन का उपयोग शाम सात बजे से रात दस बजे के बीच किया जाता है। इस मशीन में एक बल्ब लगा होता है। इस बल्ब से मच्छर आकर्षित होते है और मशीन में लगे जार में गिर जाते है। इस मशीन को जमीन से दो मीटर की ऊंचाई पर लगाया जाता है। इस मशीन का उपयोग ऐसे स्थान पर किया जाता है, जहां पर वन क्षेत्र जैसा इलाका हो। इस दौरान सीनियर लैब टेक्नीशियन अशोक कुमार श्रीवास्तव, ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव, कीट संग्रहकर्ता जयवर्धन गौतम, जिला फाइलेरिया नियंत्रण इकाई से संजू  कुमार, राजकुमार आदि मौजूद रहे।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS