महिलाओं की आमदनी रू. 10 हजार प्रतिमाह करना हमारा संकल्प : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
महिलाओं की जिंदगी बदलने का संदेश लेकर हम बहनों के बीच आए हैं
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना सम्मेलन-सह-आवासीय भू-अधिकार पत्र वितरण, कार्यक्रम में हुए शामिल
महिलाओं की बढ़ी संख्या में मौजूदगी को बताया महिला शक्ति का जागरण
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री द्वय श्री तोमर व श्री सिंधिया के साथ किया 777 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण
महिलाओं का हुआ सम्मान, 7700 भू-अधिकार पत्रों और योजनाओं के मिले हितलाभ
जेएएच में लगेगा सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महिलाओं की जिंदगी बदलने का संदेश लेकर मैं अपनी बहनों के बीच आया हूँ। हम केवल लाड़ली बहना योजना तक ही सीमित नहीं रहेंगे, आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं की आमदनी 10 हजार रूपए प्रतिमाह करना हमारा संकल्प है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ग्वालियर के मेला मैदान में भव्य मुख्यमंत्री लाड़ली बहना सम्मेलन-सह-मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार पत्र वितरण एवं विकास कार्यों के भूमि-पूजन/लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति को बहनों की ताकत का जागरण बताया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ लगभग 777 करोड़ 35 लाख रूपए लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। साथ ही प्रतीक स्वरूप महिलाओं को शासकीय योजनाओं के हितलाभ एवं मुख्यमंत्री अवासीय भू-अधिकार पत्र वितरित किए। लाड़ली बहना सेना को कार्यालय की चाबी सौंपी और विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया। जिले की महिलाओं ने स्वयं के द्वारा बनाए गए उपहार भी मुख्यमंत्री श्री चौहान सहित अन्य अतिथियों को भेंट किये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक हजार बिस्तर के अस्पताल में सेट्रलाइज्ड एसी सिस्टम लगवाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना सम्मेलन में जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह, लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेश धाकड़, लघु उद्योग विकास निगम की अध्यक्ष श्रीमती इमरती देवी, बीज एवं फॉर्म विकास निगम के अध्यक्ष श्री मुन्नालाल गोयल, मत्स्य विकास निगम के अध्यक्ष श्री सीताराम बाथम, नगर निगम सभापति श्री मनोज तोमर सहित अन्य जन-प्रतिनिधि मंचासीन थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं को सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिये सरकार ने मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना व लाड़ली बहना योजना जैसी क्रांतिकारी योजनाओं को मूर्तरूप दिया है। लाड़ली बहना योजना महिलाओं की जिंदगी बदलने के मंत्र की तरह है। प्रदेश की लगभग सवा करोड़ महिलाओं को 15 हजार करोड़ रूपए सरकार हर माह दे रही है। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना की राशि धीरे-धीरे बढ़ा कर 3 हजार रूपए तक की जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं अन्य अतिथियों ने कन्या-पूजन, वीरांगना दुर्गावती के चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने स्वागत उदबोधन में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना को महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाला बताया। उन्होंने योजना लागू करने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान का धन्यवाद व्यक्त किया।
हर गाँव में गठित होंगीं लाड़ली बहना सेनाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के हर गाँव में महिलाओं को लाड़ली बहना सेना में संगठित किया जायेगा। छोटे गाँव की लाड़ली बहना सेना में 11 महिला सदस्य और बड़े गाँव में 21 महिलाएँ शामिल की जायेंगीं।
शेष महिलाओं का भी होगा पंजीयन, 21 से 23 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं को भी जोड़ेंगे
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में जो महिलाएँ पंजीयन नहीं करा पाई हैं, उनका पंजीयन किया जायेगा। साथ ही अब न्यूनतम 21 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं को भी इस योजना से जोड़ा जायेगा। पहले इस योजना में 23 वर्ष न्यूनतम आयु थी।
महिला हितैषी योजनाओं की वजह से प्रदेश में लिंगानुपात सुधरा : केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर
केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण के के लिये क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किये गये। इन कदमों से प्रदेश में महिला– पुरूष लिंगानुपात में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। महिला सशक्तिकरण के बिना देश का सशक्तिकरण असंभव है। इसे ध्यान में रखकर केन्द्र व राज्य सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिये कारगर योजनाएँ बनाई हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान जो कहते हैं उसे धरती पर उतारकर दिखाते हैं। महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में किए गए काम इस बात की पुष्टि करते हैं।
देश-प्रदेश में बेटियाँ अब बोझ नहीं रही : केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने महिला शक्ति को आगे करने का काम किया है, जिससे नारी शक्ति अपनी प्रगति का मार्ग स्वयं तय कर सकती है। देश-प्रदेश में बेटियाँ अब बोझ नहीं रही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम तथा मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा शुरू की गई लाड़ली लक्ष्मी, लाड़ली बहना एवं मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना ने इसमें महती भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर बदल रहा है। यहाँ एक हजार बिस्तर का अस्पताल, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन का निर्माण, एलीवेटेड रोड, पेयजल के लिये चंबल प्रोजेक्ट इत्यादि बड़े-बड़े काम मूर्तरूप ले रहे हैं। श्री सिंधिया ने आयुष्मान कार्ड, उज्ज्वला योजना, घर-घर शौचालय सहित हर घर में नल से पानी पहुँचाने के लिये सरकार द्वारा स्थापित जल जीवन मिशन सहित अन्य योजनाओं से आए बदलाव को भी रेखांकित किया।
रेहट की “लाड़ली बहना सेना” को सौंपी कार्यालय की चाबी
मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं अन्य अतिथियों ने ग्वालियर जिले की जनपद पंचायत घाटीगाँव के ग्राम रेहट से आईं महिलाओं को “लाड़ली बहना सेना” के कार्यालय भवन की चाबी एवं भवन आवंटन पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यालय भवन में बैठकर गाँव की महिलायें अपनी तरक्की की नई इबारत लिख सकेंगीं। उन्होंने सेना को कार्यालय भवन उपलब्ध कराने के लिये जिला प्रशासन की प्रशंसा की।
लाड़ली बहन ने कुर्ता दिया, भैया शिवराज हुए भाव विभोर
मुख्यमंत्री श्री चौहान के लिये ग्राम सिकरोदी निवासी श्रीमती भावना मौर्य एवं श्रीमती सीमा स्वयं द्वारा तैयार सुंदर सा कुर्ता लेकर पहुँची थीं। उन्होंने जब यह उपहार मुख्यमंत्री श्री चौहान को भेंट किये तो वे भाव विभोर हो गए और कहा इसे हम अवश्य पहनेंगे।