परिवार कल्याण कार्यक्रम में लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने के साथ उसकी फीडिंग भी करें
टीकाकरण में छूटे लाभार्थियों को चिह्नित कर शत प्रतिशत टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें
जालौन : स्वास्थ्य विभाग और पीएसआई इंडिया की ओर से शहरी स्वास्थ्य सेवाओं एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक सीएमओ कार्यालय स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल अधिकारी शहरी स्वास्थ्य डॉ एसडी चौधरी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में स्थित नगरीय स्वास्थ्य इकाइयों में परिवार कल्याण की सेवाओं में बेहतर प्रदर्शन हो रहा है। अंतरा और आईयूसीडी का वर्ष 2021-22 में 1656 में और 2022-23 में 3138 लोगों ने शहरी क्षेत्र में लाभ लिया। उन्होंने बताया कि नगरीय स्वास्थ्य केंद्र बघौरा, उमरारखेरा, तुफैलपुरवा, हरीपुरा जालौन, गोखलेनगर कोंच और उदनपुर कालपी के शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक गुरुवार को अंतराल दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इसमें परिवार कल्याण की सभी सेवाएं आईयूसीडी, अंतरा, छाया, माला एन, कंडोम जैसे अस्थायी परिवार नियोजन सेवाएं उपलब्ध है। आशा और एएनएम के माध्यम से इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार कराएं ताकि लाभार्थियों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि सभी स्वास्थ्य सेवाओं को फीडिंग निर्धारित पोर्टल पर समय से फीड करना सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों की जिम्मेदारी है कि फीडिंग में किसी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ डीके भिटौरिया ने बताया कि नगर की सभी इकाइयों पर मंगलवार से रविवार तक सभी गर्भवती माताओं, बच्चों को टीकाकरण का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आशा और एएनएम लाभार्थियों को चिह्नित कर उन्हें टीकाकरण का लाभ दिलाए। साथ ही माइक्रोप्लान बनाकर छूटे हुए लाभार्थियों का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करें। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अरविंद भूषण, एनएचएम के डीपीएम डॉ प्रेमप्रताप, शहरी स्वास्थ्य कोआर्डिनेटर संजीव कुमार चंदेरिया, डीसीपीएम डॉ धर्मेंद्र कुमार, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद सिंह, नगरीय नोडल अधिकारी टीकाकरण डॉ जितेंद्र कुमार, डीईआईसी मैनेजर रवींद्र सिंह चौधरी, पीएसआई इंडिया की राज्य प्रतिनिधि ईप्शा सिंह, फील्ड प्रोग्राम कोआर्डिनेटर चोब सिंह, राधेश्याम के अलावा सभी नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य इकाइयों के चिकित्साधिकारी और स्टाफ नर्स मौजूद रही।