संभावित टीबी रोगियों की खोज के लिए 15 मई से चलेगा विशेष अभियान
21 कार्य दिवस तक चलने वाले इस अभियान में सीएचओ की अहम भूमिका
जालौन : राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 15 मई 2023 से 21 कार्य दिवसों तक विशेष अभियान चलाकर संभावित क्षय रोगी खोजे जाएंगे। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार भिटौरिया ने बताया कि अभियान के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक द्वारा सभी संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर क्षय रोगियों के चिन्हींकरण, जांच, उपचार, निक्षय पोषण योजना के तहत राशि का सीधे बैंक में ट्रांसफर, काउंसलिंग एवं इलाज में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अभियान में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की भूमिका अहम है। अभियान में आशा कार्यकर्ता और एएनएम का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह अभियान उन क्षेत्रों में चलेगा जो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से दूर हों। प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर हर सप्ताह तीन-तीन शिविर लगाए जाएंगे| शिविर से पहले आशा कार्यकर्ता और एएनएम अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित किया जाएगा। आशा कार्यकर्ता और एएनएम शिविर वाले दिन चिन्हित व्यक्तियों को शिविर पर लाएंगी। जहां पर उनके बलगम को एकत्र कर जांच के लिए भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीज का पंजीकरण करने के बाद तत्काल इलाज भी शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही मरीज को निक्षय पोषण योजना के तहत मिलने वाली पोषण राशि भी उसके खाते में भेजने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल जिले में 2063 मरीज उपचाराधीन है।
टीबी अस्पताल में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. कौशल किशोर ने बताया कि दो हफ्ते से ज्यादा खांसी, वजन में कमी आना, रात में पसीना आना, बलगम में खून आने जैसी समस्या है तो यह टीबी के लक्षण है। इसकी तत्काल जांच कराई। जांच और इलाज सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है। समय से इलाज कराने पर टीबी रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है और यह दूसरे मरीजों में नहीं फैल पाता है। टीबी मरीज जब तक इलाज चलें, तब तक विशेष सावधानी बरते।