नागर विमानन मंत्रालय ने चिंतन शिविर का आयोजन किया
नागर विमानन मंत्रालय ने आज नई दिल्ली में दूसरा चिंतन शिविर आयोजित किया। नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, नागर विमानन राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त), उनके मंत्रालय और उसके संबद्ध/अधीनस्थ कार्यालयों तथा स्वायत्त निकायों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के अधिकारियों और विभिन्न हितधारकों के प्रतिनिधियों ने इस शिविर में भाग लिया।
दूसरे चिंतन शिविर के दौरान, स्वयं और टीम प्रेरणा, ड्रोन हब के रूप में भारत एवं विभिन्न कार्यालयों/अधिकारियों तथा इस क्षेत्र में शामिल एजेंसियों के बीच समन्वय एवं सहयोग के विषयों पर विचार-मंथन सत्र आयोजित किए गए।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, श्री सिंधिया ने इस दिलचस्प सत्र में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऐसे मंच हम सभी को एक-दूसरे को जानने का अच्छा अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय को एक परिवार की तरह काम करना चाहिए। इस प्रकार के प्रयास विभिन्न हितधारकों के बीच बेहतर संबंध बनाने के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने एक समग्र दृष्टिकोण के रूप में सरकार के कार्य पर जोर दिया और कहा कि सभी को मंत्रालय की गतिविधियों में भाग लेना चाहिए तथा निर्णय लेने में भी अपना योगदान देना चाहिए, क्योंकि यह मंत्रालय, सरकार और सबसे बढ़कर देश के लिए बेहतर है। श्री सिंधिया ने ‘सॉफ्ट स्किल’ विकसित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें नेतृत्व अर्जित करना होगा। जो टीम वर्क, करुणा और सहानुभूति तथा टीम को प्रेरित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह बदलाव करने और बड़े उद्देश्य पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकता है। उन्होंने एक बराबर और समानता वाली संरचना पर भी जोर दिया।
जनरल वी.के. सिंह ने टीम निर्माण और संचार कौशल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि टीम बनाने के लिए ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर तक प्रयास की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अन्तर-व्यक्तिक कौशल न केवल एक-दूसरे को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि उसे खुले विचारों वाला भी होना चाहिए क्योंकि इससे व्यवस्था की सकारात्मकता और दक्षता को बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने विभिन्न हितधारकों से ‘फीडबैक’ लेने पर भी जोर दिया, जो आउटपुट और दक्षता में सुधार करने में मदद कर सकता है।