केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने एम्स बीबीनगर में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्घाटन किया
"एबीएचए कार्ड देश भर में रोगी के स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक पहुंच को बढ़ाएंगे"
डॉ. मनसुख मांडविया का मेडिसिन के विद्यार्थियों से प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ मानवता की सेवा करने का आह्वान
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज एम्स बीबीनगर की आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) सेवाओं का उद्घाटन किया और वीडियो विशेषज्ञ परामर्श के रीयल टाइम व्यावहारिक प्रदर्शन का अवलोकन किया। एबीडीएम देश भर में स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल बनाने की दिशा में सरकार द्वारा शुरू की गई पहल है और इसमें क्यूआर कोड-आधारित रोगी पंजीकरण, स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) शामिल है, जो किसी भी अस्पताल में डेटा का प्रबंधन करने से संबंधित एक सॉफ्टवेयर है, जिसमें रोगी पंजीकरण, रोगी क्यू प्रबंधन, लैब सूचना प्रणाली, डॉक्टर्स डेस्क, ओपी बिलिंग आदि जैसी कई डिजिटल सेवाएं शामिल हैं। डॉ. मांडविया ने कहा कि “आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) कार्ड की मदद से रोगी अपने मेडिकल रिकॉर्ड को खोए बिना, उसे पूरे भारत में कहीं भी, कभी भी एक्सेस कर सकते हैं। इससे उनके स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक बहुत आसानी से उनकी पहुंच बढ़ायी जा सकेगी।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एमबीबीएस के नए बैच (2022-23) के विद्यार्थियों को महर्षि चरक शपथ दिलायी और प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “एम्स एक प्रतिष्ठित संस्थान है। इसकी प्रतिष्ठा कुछ इस प्रकार की है कि लोग सोचते हैं कि यदि कोई इलाज एम्स में उपलब्ध नहीं है, तो वह पूरे देश में कहीं और उपलब्ध नहीं है।”
इस अवसर पर अपने संबोधन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने प्रत्येक मेडिकल विद्यार्थी से सफलता हासिल करने के लिए दो महत्वपूर्ण गुणों -प्रतिबद्धता और समर्पण को अपने मन में बैठाने का आह्वान किया। श्री मांडविया ने जोर देकर कहा कि स्वास्थ्य मानवता की सेवा है, इसको कभी भी व्यवसाय नहीं बनाना चाहिए । उन्होंने याद दिलाया कि भारत ने संकट का फायदा उठाए बिना कोविड से पहले वाली कीमतों पर ही शेष दुनिया को महत्वपूर्ण दवाओं की आपूर्ति की। उन्होंने कहा कि भारत का यह कदम 'वसुधैव कुटुम्बकम' के सिद्धांत के अनुरूप था। उन्होंने एम्स के शिक्षकों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि युवा डॉक्टर गरीब से गरीब व्यक्ति की सेवा करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संस्थान की कैंटीन में विद्यार्थियों के साथ दोपहर का भोजन भी किया और उनके साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति में हर्बल वृक्षारोपण अभियान चलाया गया, जहां एम्स बीबीनगर के एमबीबीएस प्रथम वर्ष के नए विद्यार्थियों द्वारा 101 हर्बल पौधे लगाए गए। कार्यकारी निदेशक डॉ. भाटिया ने इस अवसर पर मंत्री को एम्स बीबीनगर की प्रगति रिपोर्ट भेंट की। बाद में डॉ. मांडविया ने निर्माणाधीन कार्य की समीक्षा के लिए निर्माण स्थल का दौरा किया।
इस कार्यक्रम में श्री कोमती रेड्डी वेंकट रेड्डी, सांसद, भुवनगिरी निर्वाचन क्षेत्र, कार्यकारी निदेशक प्रो. (डॉ.) विकास भाटिया, डीन (अकादमिक) प्रो. (डॉ.) राहुल नारंग और चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डॉ.) नीरज अग्रवाल ने भी भाग लिया।