स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले किशोर किशोरियों के साथ रखे मैत्रीपूर्ण व्यवहार
स्वास्थ्य विभाग और पीएसआई इंडिया की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
जालौन : स्वास्थ्य विभाग एवंपापुलेशन सर्विसेज इंडिया (पीएसआई) इंडिया द्वाराराष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत किशोर किशोरियों केसाथ मैत्रीपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में आयोजित इस प्रशिक्षण में शहरी क्षेत्र के चिकित्सकऔर स्टाफ नर्स ने भाग लिया।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी शहरी स्वास्थ्य डॉ एस. डी चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले किशोर किशोरियों के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार किया जानाअनिवार्य है। उन्हें अपनी बात करने में हिचक न हो, औरउनकीबातेंगोपनीयरखीजाये,इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्हें विश्वास दिलाना होगा कि वह जो भी बातें यहां बता रहे है, वह बेहद गोपनीय रहेगी। उनकी बातें लिखने की बजाय मानसिक रुप से सुनी जाए और उसका मानसिक तौर पर जवाब भी दिया जाए।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम डॉ प्रेमप्रताप ने बताया कि स्वास्थ्य इकाइयों में आने वाले किशोर किशोरियों परअपना निर्णय न थोपे। बल्कि उनकी बातों को सुने और उन्हें उचित परामर्श दें और निर्णय उनके ऊपर ही छोड़ दे।
पीएसआई इंडिया संस्था की राज्य प्रतिनिधि ईप्शा सिंह ने एक कहानी के माध्यम से किशोर किशोरियों कीकाउसंलिंग का तरीका समझाया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में किशोर किशोरियों के लिए मैत्रीपूर्ण माहौल का सृजन किया जाना चाहिए। इसका स्वास्थ्य केंद्र परिसर में व्यापक प्रचार प्रसार होना चाहिए ताकि किशोर किशोरी बिना हिचक अपनी बात कह सके। उन्हें सुरक्षित गर्भनिरोधक साधनों के बारे में भी समझाया जाए।
शहरी स्वास्थ्य कोआर्डिनेटर संजीव कुमार चंदेरिया, डीईआईसी मैनेजर रवींद्र सिंह चौधरी, जिला परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेंस डॉ अरुण कुमार, नगरीय प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ सहन बिहारी गुप्ता, डॉ अभिलाष, डॉ विष्णु, डॉ एमसी वाजपेयी, पीएसआई इंडिया के शरद श्रीवास्तव, चौबे सिंह, ज्ञानप्रकाश पांडेय, ऊषा, उमा, रचना, कल्पना, सरोज गौर आदि मौजूद रहे।