अब ई-कवच एप से आशा कार्यकर्ताओँ के काम में आएगी तेजी

अब ई-कवच एप से आशा कार्यकर्ताओँ के काम में आएगी तेजी  एप की मदद से आशा कार्यकर्ता अपने काम को ऑनलाइन कर सकेगी फीड  950 आशा कार्यकर्ताओं को दिए गए फोन    जालौन : आशा कार्यकर्ताओं को ई कवच से लैस किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता अपने कामों को ई कवच एप पर अपलोड करेगी। इससे उनके कार्यों को ऑनलाइन देखा जा सकेगा। साथ ही उनके कार्योँ का ब्यौरा भी रहेगा। आशा को एप पर टीकाकरण का ब्यौरा दर्ज करना होगा। साथ ही कौनसा टीका लगा है और कौन सा लगना है इसकी भी जानकारी एप के जरिये उन्हे मिलेगी। एप के जरिए फील्ड से ही ऑनलाइन फीडिंग करने में आसानी होगी।  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनडी शर्मा ने बताया कि जिले में 1175 आशा कार्यकर्ता है। इसमें 950 आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल वितरित किया जा चुका है। आशाओं को ई कवच का प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। शेष आशा कार्यकर्ताओँ को जल्द मोबाइल उपलब्ध करा दिये जाएँगे। इससे वह भी पोर्टल पर अपने काम की फीडिंग कर सकेगी। पोर्टल पर काम सीखने के बाद आशाओं को काम में सहूलियत होगी।    डीसीपीएम डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में गर्भवती के पंजीकरण और टीकाकरण का काम करती है। आशा कार्यकर्ताओं को अभी कागजों पर ब्यौरा भरना पड़ता था, लेकिन अब आशा कार्यकर्ता ई कवच एप पर अपने कार्यों को करेंगी। एक क्लिक पर उनके कार्यों को ऑनलाइन देखा जा सकेगा। एप के माध्यम से उनके काम परब्लाक, जिला और शासन स्तर तक सीधे नजर रहेगी और इसे कभी भी देखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओँ द्वारा परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण कर ई कवच पर फीडिंग होगी। इसके बाद एएनएम द्वारा एएनसी, एचआरपी, टीकाकरण, विटामिन ए समेत सभी टीकों का रिपोर्ट भी ई कवच एप के माध्यम से किया जाएगा। आशा और एएनएम अपने काम में रोजाना प्रगति भी देख पाएगी। आशा और एएनएम को अलग अलग आईडी प्रदान की गई है।    जिला शहरी स्वास्थ्य कोआर्डिनेटर संजीव कुमार चंदेरिया का कहना है कि शहरी क्षेत्र के हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों के अधीन कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण के बाद ई कवच पर काम शुरू कर दिया है। इस काम में फीडिंग के काम में तेजी आएगी।     उमरारखेरा के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात आशा कार्यकर्ता पूनम वर्मा ने बताया कि उन्होंने एप पर घर घर जाकर परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की इंट्री शुरू कर दी है। हालांकि शुरूआती दौर में थोड़ी दिक्कत हो रही है,लेकिन वह तेजी से काम सीख रही है। इस काम से उन्हें सहूलियत मिलेगी।

अब ई-कवच एप से आशा कार्यकर्ताओँ के काम में आएगी तेजी

एप की मदद से आशा कार्यकर्ता अपने काम को ऑनलाइन कर सकेगी फीड

950 आशा कार्यकर्ताओं को दिए गए फोन


जालौन : आशा कार्यकर्ताओं को ई कवच से लैस किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता अपने कामों को ई कवच एप पर अपलोड करेगी। इससे उनके कार्यों को ऑनलाइन देखा जा सकेगा। साथ ही उनके कार्योँ का ब्यौरा भी रहेगा। आशा को एप पर टीकाकरण का ब्यौरा दर्ज करना होगा। साथ ही कौनसा टीका लगा है और कौन सा लगना है इसकी भी जानकारी एप के जरिये उन्हे मिलेगी। एप के जरिए फील्ड से ही ऑनलाइन फीडिंग करने में आसानी होगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनडी शर्मा ने बताया कि जिले में 1175 आशा कार्यकर्ता है। इसमें 950 आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल वितरित किया जा चुका है। आशाओं को ई कवच का प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। शेष आशा कार्यकर्ताओँ को जल्द मोबाइल उपलब्ध करा दिये जाएँगे। इससे वह भी पोर्टल पर अपने काम की फीडिंग कर सकेगी। पोर्टल पर काम सीखने के बाद आशाओं को काम में सहूलियत होगी।


डीसीपीएम डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में गर्भवती के पंजीकरण और टीकाकरण का काम करती है। आशा कार्यकर्ताओं को अभी कागजों पर ब्यौरा भरना पड़ता था, लेकिन अब आशा कार्यकर्ता ई कवच एप पर अपने कार्यों को करेंगी। एक क्लिक पर उनके कार्यों को ऑनलाइन देखा जा सकेगा। एप के माध्यम से उनके काम परब्लाक, जिला और शासन स्तर तक सीधे नजर रहेगी और इसे कभी भी देखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओँ द्वारा परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण कर ई कवच पर फीडिंग होगी। इसके बाद एएनएम द्वारा एएनसी, एचआरपी, टीकाकरण, विटामिन ए समेत सभी टीकों का रिपोर्ट भी ई कवच एप के माध्यम से किया जाएगा। आशा और एएनएम अपने काम में रोजाना प्रगति भी देख पाएगी। आशा और एएनएम को अलग अलग आईडी प्रदान की गई है।


जिला शहरी स्वास्थ्य कोआर्डिनेटर संजीव कुमार चंदेरिया का कहना है कि शहरी क्षेत्र के हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों के अधीन कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण के बाद ई कवच पर काम शुरू कर दिया है। इस काम में फीडिंग के काम में तेजी आएगी। 


उमरारखेरा के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात आशा कार्यकर्ता पूनम वर्मा ने बताया कि उन्होंने एप पर घर घर जाकर परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की इंट्री शुरू कर दी है। हालांकि शुरूआती दौर में थोड़ी दिक्कत हो रही है,लेकिन वह तेजी से काम सीख रही है। इस काम से उन्हें सहूलियत मिलेगी।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS