जालौन : रोगियों की तलाश में स्वास्थ्य टीमों ने दी दस्तक
घरों के बाहर लगाए जा रहे स्टीकर व पोस्टर
जालौन : दस्तक अभियान का आगाज शनिवार से हो गया। 30 जुलाई तक चलने वाले इस अभियान के दौरान आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पांच तरह की बीमारियों का पता लगाएंगी। अगर किसी के घर के पास मच्छर पनप रहे हैं तो उसकी भी रिपोर्ट ब्लाक पर करेंगी। रोगियों को चिन्हित कर सूची तैयार करेंगी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वेक्टर बोर्न डिजीज डॉ एसडी चौधरी ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के साथ ही शनिवार से दस्तक कार्यक्रम भी शुरू हो गया है। अभियान में आशा कार्यकत्री और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। इसी के साथ अभियान का सुपरविजन करने के लिए एएनएम, हेल्थ सुपरवाइजर, बेसिक हेल्थ वर्कर्स भी तैनात किये हैं। उन्होंने बताया कि आशा घर-घर जाकर परिवार के लोगों से मलेरिया, टीबी, सर्दी, जुकाम व बुखार (आईएलआई व सारी) से संबंधित सवाल पूछेंगी। साथ ही अति कुपोषित बच्चे की जानकारी लेंगी। अगर किसी में बीमारी के लक्षण मिलते हैं या कोई अति कुपोषित बच्चा मिलता है तो इसकी सूचना वह संबंधित ब्लाक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को देंगी। उन्होंने बताया कि अगर किसी घर के पास जल जमाव या भराव है तथा वहां पर लार्वा पैदा हो रहा है तो इसकी भी सूचना आशा देंगी। सूचना के बाद मलेरिया विभाग वहां का निरीक्षण कर जल निकासी, दवा के छिड़काव आदि की व्यवस्था संबंधित से कराएगा। अभियान की जिला स्तर पर प्रतिदिन समीक्षा कर कमियों को दूर किया जाएगा। अगर किसी को बुखार के लक्षण हों तो आशा कार्यकर्ता तत्काल सूचित करें।
कुपोषित भी होंगे चिह्नित
अभियान के दौरान आशा, आंगनबाड़ी और संगिनी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की सूची तैयार करेंगी। यह सूची एनएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय भेजी जाएगी। जहां बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से पोषण पुनर्वास केंद्रों पर भेजकर उपचार एवं पोषण उपलब्ध कराएगा। इस अभियान में बुखार के अलावा गंभीर रोगों के मरीजों को भी सूचीबद्ध किया जाएगा। इनका निशुल्क इलाज भी होगा। साथ ही 12 वर्ष से अधिक आयु के जिन लोगों को कोविड का टीका नहीं लगा है, उन्हें कोविड टीके से प्रतिरक्षित किया जाएगा।