प्रधानमंत्री ने 1800 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
“काशी ने अब एक ऐसी तस्वीर दिखाई है जिसमें विरासत भी है और विकास भी”
“मेरी काशी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का एक उत्कृष्ट उदाहरण है”
“काशी के नागरिकों ने पूरे देश को संदेश दे दिया है कि शॉर्ट-कट से देश का भला नहीं हो सकता”
“सरकार ने हमेशा गरीबों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया है, उनके सुख-दुख में उनका साथ देने का प्रयास किया है”
“हमारे लिए, विकास का अर्थ सिर्फ चमक-दमक नहीं है; हमारे लिए विकास का अर्थ है गरीबों, दलितों, वंचितों, पिछड़ों, आदिवासियों, माताओं – बहनों का सशक्तिकरण”
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वाराणसी के सिगरा स्थित डॉ. संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में 1800 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे।
सबसे पहले, प्रधानमंत्री ने हाल के चुनावों में भारी समर्थन देने के लिए उत्तर प्रदेश और काशी के लोगों का धन्यवाद किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी हमेशा से जीवंत और निरंतर प्रवाहमान रही है। अब काशी ने पूरे देश को एक ऐसी तस्वीर दिखाई है जिसमें विरासत भी है और विकास भी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हजारों करोड़ रुपये की योजनाएं एवं परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और कई चल रही हैं। उन्होंने कहा कि काशी की आत्मा आंतरिक है, लेकिन काशी की काया में निरंतर सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि विकास काशी को और अधिक गतिशील, प्रगतिशील एवं संवेदनशील बना रहा है। उन्होंने कहा, “मेरी काशी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।”
प्रधानमंत्री, जो काशी से सांसद हैं, ने कहा, “काशी के जागरूक नागरिकों ने जिस तरह से देश को दिशा देने का काम किया है, उसे देखकर मैं आनंदित हूं। काशी के नागरिकों ने पूरे देश को संदेश दे दिया है कि शार्ट-कट से देश का भला नहीं हो सकता।” उन्होंने अस्थायी एवं शॉर्ट-कट समाधानों के बजाय लंबे समय तक टिकने वाले समाधानों एवं परियोजनाओं को प्राथमिकता देने के लिए स्थानीय लोगों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे एवं अन्य क्षेत्रों में सुधार से शहर में पर्यटन बढ़ा है और व्यापार एवं जीवन में आसानी के नए अवसर पैदा हुए हैं।
आने वाले सावन महीने के बारे में बात करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि देश और दुनिया से बाबा विश्वनाथ के भक्त बड़ी संख्या में काशी आने वाले हैं। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ धाम परियोजना के पूरा होने के बाद यह पहला सावन उत्सव होगा। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ धाम को लेकर पूरी दुनिया में कितना उत्साह है, यह लोगों ने बीते महीनों में अनुभव किया है। उन्होंने कहा कि सरकार भक्तों के अनुभव को यथासंभव समृद्ध और सुगम बनाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। आस्था से जुड़ी विभिन्न यात्राओं को सुगम और आरामदायक बनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे लिए, विकास का अर्थ सिर्फ चमक-दमक नहीं है। हमारे लिए विकास का अर्थ है गरीबों, दलितों, वंचितों, पिछड़ों, आदिवासियों, माताओं-बहनों, सबका सशक्तिकरण।” उन्होंने कहा कि सरकार हर परिवार को पक्के मकान और पाइप से पानी उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने हमेशा गरीबों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया है, उनके सुख-दुख में उनका साथ देने का प्रयास किया है। कोरोना की नि:शुल्क वैक्सीन से लेकर गरीबों को मुफ्त राशन की व्यवस्था तक, सरकार ने लोगों की सेवा करने का कोई अवसर नहीं छोड़ा है। डिजिटल इंडिया, आयुष्मान भारत तथा चिकित्सा अवसंरचना में वृद्धि लोगों के लिए नए अवसर पैदा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक तरफ हम देश के शहरों को धुंआ मुक्त करने के लिए सीएनजी से चलने वाले वाहनों की सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ, हम अपने नाविकों की डीजल और पेट्रोल से चलने वाली नावों को सीएनजी से जोड़ने का भी विकल्प दे रहे हैं और गंगा जी का ध्यान रख रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने खेलकूद का एक नया केन्द्र प्राप्त करने पर खिलाड़ियों के उत्साह को भी रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार काशी में ओलंपिक खेलों से जुड़ी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सिगरा के पुनर्विकसित स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है। छह दशक पुराना यह स्टेडियम 21वीं सदी की सुविधाओं से लैस होगा।
प्रधानमंत्री ने काशी के लोगों से गंगा एवं वाराणसी को स्वच्छ रखने के लिए कहा और यह विश्वास जताया कि लोगों के सहयोग तथा बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से इस शहर के लिए लिये गए सभी संकल्प पूरे होंगे।
विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
पिछले आठ वर्षों में, प्रधानमंत्री ने वाराणसी में बुनियादी ढांचे के विकास पर बहुत ध्यान दिया है। इससे शहर के परिदृश्य में व्यापक बदलाव आया है। इस प्रयास का प्राथमिक ध्यान लोगों के जीवन को आसान बनाने पर रहा है। इस दिशा में एक और कदम उठाते हुए, इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने 590 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें वाराणसी स्मार्ट सिटी एवं शहरी परियोजनाओं के तहत आने वाली कई पहल शामिल हैं। इन पहल में स्नान घाट के निर्माण के साथ-साथ चरण- I में नमो घाट का पुनर्विकास; 500 नावों के डीजल एवं पेट्रोल इंजनों का सीएनजी में रूपांतरण; पुरानी काशी के कामेश्वर महादेव वार्ड का पुनर्विकास और गांव हरहुआ, दासपुर में 600 से अधिक ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण; लहरतारा-चौका घाट फ्लाईओवर के नीचे तैयार किया गया नया वेंडिंग जोन एवं शहरी स्थान; दशाश्वमेध घाट पर पर्यटन सुविधा एवं बाजार परिसर; और आईपीडीएस कार्य चरण -3 के तहत नगवा में 33/11 केवी की क्षमता वाले सबस्टेशन की स्थापना शामिल है।
प्रधानमंत्री ने बाबतपुर-कपसेठी-भदोही रोड पर चार लेन वाले रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण; सेंट्रल जेल रोड पर वरुणा नदी पर पुल; पिंडरा-कथिराओं रोड के चौड़ीकरण; फूलपुर-सिंधौरा लिंक रोड के चौड़ीकरण; आठ ग्रामीण सड़कों के सुदृढ़ीकरण व निर्माण; 7 पीएमजीएसवाई सड़कों का निर्माण और धरसौना-सिंधौरा सड़क का चौड़ीकरण सहित विभिन्न सड़क परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने जिले में सीवरेज और जलापूर्ति की व्यवस्था को बेहतर बनाने से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनमें ट्रेंचलेस तकनीक के माध्यम से वाराणसी शहर में पुरानी ट्रंक सीवर लाइन की पुनर्स्थापना; सीवर लाइन बिछाना; वरुणा पार वाले इलाके में 25000 से अधिक सीवर हाउस कनेक्शन; शहर के सीस वरुणा इलाके में रिसाव को रोकने से संबंधित मरम्मत कार्य; तातेपुर गांव में ग्रामीण पेयजल योजना आदि शामिल है। सामाजिक एवं शिक्षा क्षेत्र से संबंधित जिन विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाना है उनमें ग्राम महगांव में आईटीआई, बीएचयू में वैदिक विज्ञान केन्द्र का चरण- II, रामनगर में सरकारी बालिका गृह तथा दुर्गाकुंड स्थित सरकारी महिला वृद्धाश्रम में थीम पार्क शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने बड़ा लालपुर स्थित डॉ. भीम राव अम्बेडकर खेल परिसर में सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक एवं सिंथेटिक बास्केटबॉल कोर्ट और सिंधौरा में गैर-आवासीय पुलिस थाना भवन; मिर्जामुराद, चोलापुर, जानसा व कपसेठी थाना में हॉस्टल के कमरों एवं बैरकों के निर्माण; पिंडरा में अग्नि शमन केन्द्र के भवन सहित पुलिस एवं अग्नि सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने 1200 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इनमें लहरतारा - बीएचयू से लेकर विजया सिनेमा तक की सड़क का चौड़ीकरण एवं छह लेन का बनाने; पांडेयपुर फ्लाईओवर से लेकर रिंग रोड तक की सड़क का चौड़ीकरण एवं चार लेन का बनाने; कचहरी से लेकर संदाहा तक चार लेन की सड़क; वाराणसी - भदोही ग्रामीण सड़क का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण; वाराणसी ग्रामीण क्षेत्र में पांच नई सड़कों तथा चार सीसी सड़कों का निर्माण; बाबतपुर-चौबेपुर मार्ग पर बाबतपुर रेलवे स्टेशन के पास आरओबी का निर्माण सहित सड़क अवसंरचना से जुड़ी विभिन्न परियोजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं से शहर और ग्रामीण सड़कों पर यातायात के भार को कम करने में काफी मदद मिलेगी।
इस इलाके में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, प्रधानमंत्री ने विश्व बैंक से सहायता प्राप्त उत्तर प्रदेश गरीब समर्थक पर्यटन विकास परियोजना के तहत सारनाथ बौद्ध सर्किट के विकास कार्य, अष्ट विनायक के लिए पवन पथ का निर्माण, द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा, अष्ट भैरव, नव गौरी यात्रा पंचकोसी परिक्रमा यात्रा मार्ग में पांच पड़ावों के पर्यटन विकास कार्य और पुरानी काशी में विभिन्न वार्डों में पर्यटन विकास के कार्य सहित विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री ने सिगरा में स्पोर्ट्स स्टेडियम के पुनर्विकास कार्यों के प्रथम चरण का शिलान्यास भी किया।