जालौन : उपचाराधीन टीबी रोगियों को गोद लेकर बेहतर सुविधाएं मुहैया कराएं : जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन

जालौन : उपचाराधीन टीबी रोगियों को गोद लेकर बेहतर सुविधाएं मुहैया कराएं : जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन

जिला टीबी फोरम की बैठक में डीएम ने दिए निर्देश


जालौन : जिला स्तरीय टीबी फोरम की बैठक जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में विकास भवन के रानी लक्ष्मीबाई सभागार में हुई। जिलाधिकारी ने टीबी कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि जिले में जितने भी टीबी मरीज उपचाराधीन हैं , उन मरीजों को सभी वरिष्ठ अधिकारी गोद लेकर  बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं  और उन्हें टीबी रोग से मुक्त करने में मदद करें।


जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि आगामी नौ मार्च से सक्रिय टीबी रोगियों की खोज के लिए जो अभियान चलाया जाना है, उस अभियान में अधिक से अधिक मरीज खोजे जाएं । उन्होंने कहा कि टीबी रोग के बारे में जागरूकता के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार - प्रसार अभियान चलाया जाए। सभी सरकारी संस्थानों में वालपेंटिंग कराई जाए। उन्होंने कहा कि जिसे जो जिम्मेदारी दी गई है, वह गंभीरता से पूरी करें और टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाएं । 

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि जो भी प्राइवेट चिकित्सक  टीबी रोगियों का इलाज करें, उनकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को अनिवार्य रुप से दें। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने कहा कि दिसंबर 2021 तक जिले में सरकारी अस्पतालों में 2076 मरीज और प्राइवेट चिकित्सकों के यहां 664 मरीज उपाराधीन रहे हैं। प्राइवेट चिकित्सकों से कहा गया है कि वह जो भी मरीज देखें, उनकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को जरूर दें ताकि उनकी सूची निक्षय पोर्टल पर अपडेट की जा सके। साथ ही बेहतर प्रचार करने की भी उन्होंने बात कही। 

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सुग्रीवबाबू ने नौ  से 22 मार्च तक चलने वाले सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान चलेगा।  इसमें स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय टीमें घरों में जाकर सर्वे करेंगी। यह अभियान सभी नौ ब्लाक  और शहरी क्षेत्र में संचालित होगा। उन्होने बताया कि दो सप्ताह या अधिक समय तक खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द होना, शाम को हल्का बुखार आना, वजन कम होना और भूख न लगना टीबी के सामान्य लक्षण हैं । 

ऐसे लक्षणों वाले लोगों को टीबी की जांच अवश्य करानी चाहिए \ जांच में टीबी की पुष्टि होने पर दवा का पूरा कोर्स करने से टीबी से जल्दी से जल्दी मुक्ति मिल सकती है  इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी डा. अभय कुमार श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र त्रिपाठी, मेडिकल कालेज के चिकित्सा अधीक्षक डा. संजीव गुप्ता, सुधीर कुमार मिश्रा एडवोकेट राममोहन चतुर्वेदी, आलोक मिश्रा, घनश्याम याज्ञिक, नुरुल हुदा आदि मौजूद रहे।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS