जालौन : आयुष्मान कार्ड बनवाएं, जरूरत पड़ने पर मुफ्त इलाज पाएं
जिले के 10566 लोगों को अब तक आयुष्मान भारत योजना के तहत मिला मुफ्त इलाज
जालौन : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत निशुल्क उपचार पाने का सबसे सरल तरीका है कि समय से सभी पात्र आयुष्मान कार्ड (गोल्डन कार्ड) बनवा लें । आयुष्मान कार्ड न बना होने पर आपात स्थिति में मुफ्त उपचार पाने में थोड़ा समय लग सकता है | इसलिए परेशानियों से बचने और समय से इलाज पाने के लिए जरूरी है कि आयुष्मान कार्ड समय से जरूर बनवा लें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा ने बताया कि जनपद के 105042 परिवारों में 5.25 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हैं। अब तक करीब 53 प्रतिशत परिवारों ने अपने परिवार के कम से कम एक सदस्य का आयुष्मान कार्ड बनवा लिया है।
योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ॰ आशीष कुमार झा ने बताया कि अब तक जिले के 10566 लाभार्थियों के उपचार प्रदेश व देश के योजना से सम्बद्ध राजकीय व निजी चिकित्सालय में कराया गया है। 6301 लाभार्थियों का निजी अस्पतालों में जबकि शेष 4265 लाभार्थियों का उपचार राजकीय चिकित्सालय में योजना के अंतर्गत किया गया है। जिन बीमारियों के निशुल्क उपचार की सुविधा जनपद के लाभार्थियों ने प्राप्त की है उसमें जनरल मेडिसिन के 5369, नेत्र रोग संबंधित सर्जरी के 2104, मेडिकल ऑंकोलॉजी (कैंसर रोग संबंधित) के 875, जनरल सर्जरी के 413, ऑर्थोपेडिक (हड्डी रोग संबंधित) के 274, गायनोकॉलोजी (स्त्री रोग संबंधित) बीमारियों के 213, रेडिएशन ऑंकोलॉजी के 178 यूरोलॉजी (किडनी और मूत्र रोग संबंधित) के 130, कार्डियोलॉजी (ह्रदय रोग संबंधित) के 101, पीडियाट्रिक्स (शिशु रोग संबंधित) के 160, सर्जिकल ऑंकोलॉजी के 57, न्यूरो सर्जरी के 42 एवं शेष अन्य बीमारियों के उपचार से संबंधित है।
अंत्योदय कार्ड धारकों का बन रहा है निःशुल्क आयुष्मान कार्ड:
जनपद के समस्त पंजीकृत राजकीय चिकित्सालय में जैसे मेडिकल कॉलेज (आरोग्य मित्र 9598477332), जिला अस्पताल (आरोग्य मित्र 7007577208), जिला महिला चिकित्सालय (आरोग्य मित्र 7318077402), और समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोच (आरोग्य मित्र 9415923427), कालपी (आरोग्य मित्र 8924876125), कदौरा (आरोग्य मित्र 7398247712), नदीगांव (आरोग्य मित्र 9956415492), रामपुरा (आरोग्य मित्र 6306604874), जालौन (आरोग्य मित्र 7355475548) और माधवगढ़ (आरोग्य मित्र 9696871681)। संबंधित चिकित्सालय में आरोग्य मित्र से संपर्क करके अपना आयुष्मान कार्ड निशुल्क बनाया जा सकता है, साथ ही पूर्व में बनाए गए आयुष्मान कार्ड की प्रति भी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा समस्त जन सेवा केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) पर आयुष्मान कार्ड अंत्योदय कार्ड धारक परिवारों के प्रत्येक सदस्य का निशुल्क बनाया जा रहा है।
समय से आयुष्मान कार्ड बनवाएं :
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत वर्तमान में कुल 105042 लाभार्थी परिवारों में सवा पांच लाख आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हैं जिसमें से अब तक 1.50 लाख आयुष्मान कार्ड लाभार्थियों को निर्गत किए जा चुके हैं। जनपद समेत प्रदेश व देश के पंजीकृत अस्पतालों में निशुल्क उपचार की सुविधा प्राप्त करने के लिए लाभार्थी परिवार के प्रत्येक सदस्य का आयुष्मान कार्ड बनवाना अनिवार्य होता है। आयुष्मान कार्ड जनपद के समस्त कॉमन सर्विस सेंटर अथवा जनसेवा केंद्रों के अलावा समस्त पंजीकृत अस्पतालों में निशुल्क बनाए जाते हैं। लाभार्थी को अपने साथ प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का पत्र, राशनकार्ड एवं आधार कार्ड ले जाना अनिवार्य है जिसके माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनाकर लाभार्थी को दिया जाता है।
आयुष्मान योजना शिकायत प्रकोष्ठ भी सक्रिय
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में आयुष्मान भारत योजना शिकायत प्रकोष्ठ भी सक्रिय हैं जहां लाभार्थी अपने उपचार संबंधित किसी भी शिकायत अथवा सलाह के लिए संपर्क कर सकते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित आयुष्मान भारत योजना के जिला क्रियान्वयन इकाई में संपर्क स्थापित करके अपने उपचार के लिए उपयुक्त चिकित्सालय की जानकारी जिला कार्यक्रम समन्वयक से ली जा सकती है। आयुष्मान भारत योजना के टोल फ्री नंबर 14555 पर कॉल करके किसी भी तरह का सुझाव और शिकायत की जा सकती है।
निशुल्क हो गया मोतियाबिंद का आपरेशन
मैंने वर्ष 2020 में ही आयुष्मान लाभार्थी सूची में अपना नाम सीएचसी माधौगढ़ में जाकर देखा था। अस्पताल के आरोग्य मित्र ने राशनकार्ड और आधार कार्ड से मेरा आयुष्मान कार्ड बनाया। पिछले कई महीनों से आंख की परेशानी का सामना कर रहा था, उरई में एक नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलने के उपरांत उन्होंने मोतियाबिंद की सर्जरी कराने की सलाह दी। उपचार, सर्जरी, दवाई, लेंस आदि में 12 से 15 हज़ार से भी अधिक खर्च होने का अनुमान था। लेकिन जब जानकारी मिली कि उक्त निजी चिकित्सालय आयुष्मान योजना में पंजीकृत है और वहां आयुष्मान कार्ड से निशुल्क उपचार संभव है तो मैंने अपना कार्ड उसी अस्पताल के आरोग्य मित्र को दिखाया। मेरा पूरा इलाज़ बिना एक रुपए दिए किया गया। अस्पताल कर्मियों ने भी पूरा सहयोग किया। योजना काफी प्रभावशाली है।– “अनिल पचौरी (आयुष्मान लाभार्थी), बिजदुवाँ ग्राम, माधौगढ़ विकासखंड, जनपद जालौन”