जालौन : संगम के किनारे पंचवटी की स्थापना से मिलता है हजारों यज्ञों का लाभ : हरेकृष्ण शर्मा आजाद
जालौन : वसुंधरा श्रंगार सामाजिक संगठन के नेतृत्व में जिला जालौन के विकासखंड रामपुरा के ग्राम भिठौरा में पंचवटी वाटिका की स्थापना की गई जिसमें विधि अनुसार बरगद पीपल आमला बेल अशोक पंचवटी के पौधों के साथ ही फलदार पौधों का भी रोपण किया गया वसुंधरा के सामाजिक संगठन भिंड जिले में नहीं अपितु पूरे देश में 1008 वाटिकाओ का लक्ष्य लिया है जिसमें मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश राजस्थान में वाटिकाओ की स्थापना कर चुका है अन्य राज्यों में भी वाटिकाओं की स्थापना के लिए वसुंधरा सामाजिक संगठन कार्यरत है इसी क्रम में कल जिला जालौन में पंचवटी वाटिका की स्थापना एवं फलदार वृक्षों का रोपण श्रीमद् भागवत कथा के विश्राम दिवस पर किया गया जिसमें ग्राम वासियों एवं क्षेत्रवासियों का सहयोग प्राप्त हुआ |
वसुंधरा सिंगार सामाजिक संगठन के अध्यक्ष हरेकृष्ण शर्मा आजाद ने बताया शास्त्रों में वृक्षों को साक्षात ईश्वर का प्रतिरूप बताया है पंचवटी के सारे पौधे आध्यात्मिक एवं औषधीय महत्व से अपना एक अलग महत्व रखते हैं यह हम सबका स्वाभाविक है की कथा विश्राम के अवसर पर खीरा वाली माता पर पंचवटी वाटिका की स्थापना का सौभाग्य प्राप्त हुआ क्योंकि यह चित्र पांच नदियों का संगम के साथ ही महापुरुषों की तपस्थली का स्थल रहा है हम सभी इस को महत्व को समझें और इस स्थान को वृक्षारोपण कर अद्भुत और भव्य स्थान बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें वही ग्राम पंचायत भिठौरा के प्रधान जी ने कहा कि हम इन पौधों को वृक्ष बनाने का संकल्प लेते और बहुत जल्द ही अपने क्षेत्र में वाटिकाओ का निर्माण कार्य कराएंगे और युवाओं को इसके लिए प्रेरित भी करेगे पर्यावरण बचाने एवं जल संरक्षण एवं जीव जंतुओं को बचाने के लिए वसुंधरा श्रृंगार सामाजिक संगठन के नेतृत्व में पर्यावरण को लेकर अनेक अभियान चलाए जा रहे हैं इसी पर चर्चा करते हुए राकेश जी (मुरैना) ने बताया सभी ग्रामवासी नदी के किनारे पर पौधारोपण करें ताकि ताकि भूमि कटाव रोका जा सके एवं फलदार वृक्षों को लगाकर पक्षियों के लिए भोजन की व्यवस्था करें छायादार वृक्ष लगाकर राहगीरों को छाया मिले एवं कांटेदार विदेशी बबूल के वृक्ष जो आज हमारे लिए एवं जंगल में रहने वाले जीव जंतुओं के लिए काल के समान सिद्ध हो रहे हैं हम सभी लोग स्वैच्छिक रूप से अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर बीहड़ को बचाने का कार्य करें । कार्यक्रम में मुख्य रूप से कथा व्यास महाराज जी संगठन के पदाधिकारी धर्मवीर यादव राघव उपाध्याय दीपक मिश्रा गोपाल मिश्रा ग्रामवासी राघव आदि लोगों का विशेष सहयोग प्राप्त होगा |