बुजुर्गों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ स्टिक और वाकर वितरित किए गए
जालौन : राष्ट्रीय वृद्धजन स्वास्थ्य कार्यक्रम केअंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर जिला पुरूष चिकित्सालय उरई में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नरेंद्र देव शर्मा ने किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कैम्प में आने वाले 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को आजकल के वातावरण में स्वस्थ रहने के लिए जीवन शैली में बदलाव लाने को कहा।
उन्होंने कहा कि उम्र के साथ बीमारियां भीबढ़ती हैं । ऐसे में अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यदि धूम्रपान करते हैं या अल्कोहल एवं तंबाकू का सेवन करते हैं तो तत्काल इसे छोड़ने की कोशिश करें। खान-पान सही रखें और मानसिक तनाव न लें । सुबह कमसे कम आधा घंटा टहलना अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
नोडल अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि इस तरह के शिविर सीएचसी, पीएचसी के साथउप केंद्रों पर भी लगाए गए हैं। इस दौरान जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अवनीश बनौधा और महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. ए. के. त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।कैम्प में एनसीडी क्लीनिक से लैब टेक्नीशियन रामेंद्र सिंह गुर्जर, का उन्सलर दीपना पांडेय, फिजियोथैरेपिस्ट राजेश कुमार, तम्बाकू नियंत्रण से काउन्सलर महेश कुमार, मानसिक स्वास्थ्य से साइक्रेटिक काउन्सलर अर्चनाविश्वास, सोशल वर्कर दिनेश सिंह, स्टाफनर्स आकांक्षा एवं ओरल हेल्थ कार्यक्रम से आशुतोष आदि ने अपने-अपने कार्यक्रम सेसम्बन्धित आने वाले लोगों की डायबिटीज, हाईपरटेंशन की जांच वकाउन्सलिंग तथा मानसिक रोग, तम्बाकू नियंत्रण, ओरल हेल्थ एवं फिजियोथैरेपी की उचित स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी दी गई।मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कैम्प में आये 60 वर्ष से अधिकआयु वर्ग के असहाय बुजुर्गों को वाकिंग स्टिक एवं वाकर भेंट किए।
इसके साथ ही जिला चिकित्सालय में संचालित वार्ड में भर्ती मरीजों को फल वितरित किए गए। कैम्प में कुल 121 मरीजोंकी जांच की गई, जिसमें डायबिटीज के कुल 27 मरीज, हाइपरटेंशन के कुल 24मरीज, फिजियोयोथैरेपी के 44 मरीज,मानसिक स्वास्थ्य के 17 मरीज, तम्बाकू नियंत्रण के 23 मरीज एवं ओरल हेल्थ के 18 मरीजों का उपचार किया गया। नौ बुजुर्गों को वाकिंग स्टिक एवं एक बुजुर्ग को वाकर दिया गया। इसके अलावा सीएचसी व पीएचसी एवं उपकेंद्रों परभी आयोजित कैंप में 291 मरीज देखे गए। जिसमें डायबिटीज के 34, हाईपरटेशन के 33 मरीजों का उपचार किया गया और 51 वृद्धजनों को वाकिंग स्टिक और वाकर दिए गए साथ ही स्वास्थ्य संबंधीजानकारी दी गई।