जगम्मनपुर किला से आम दर्शनार्थ बाहर आएंगे भगवान शालिग्राम
रिपोर्ट :- विजय द्विवेदी
जगम्मनपुर, जालौन : रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की धरोहर के रूप में जगम्मनपुर किला विराजमान भगवान शालिगराम आम दर्शनार्थ 19 अक्टूबर मंगलवार को नगर भ्रमण कर बाजार स्थित लक्ष्मीनारायण चबूतरा पर विराजमान होंगे।
उक्त संदर्भ में आज जगम्मनपुर किला के लक्ष्मी नारायण चौक में राजा सुकृत शाह जू देव की उपस्थिति में क्षेत्रीय एवं स्थानीय ग्रामीणों की बैठक संपन्न हुई जिसमें किला के मंदिर में विराजमान भगवान शालिगराम, एक मुखी रुद्राक्ष ,दाहिनावर्ती शंख की शोभायात्रा एवं नगर भ्रमण के उपरांत आम दर्शनार्थ बाजार जगम्मनपुर में लक्ष्मी नारायण चबूतरा पर विराजमान करने की व्यवस्था पर चर्चा हुई।
ज्ञात हो कि रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जी सन् 1503 में जगम्मनपुर पधारे थे उस समय जगम्मनपुर राज्य के महाराजा उदोतशाह जूदेव की सेवा भक्ति से प्रसन्न हो गोसाई जी ने महाराज उदोतशाह को भगवान शालिग्राम शिला ,दाहिनावर्ती शंख तथा एक मुखी रुद्राक्ष भेंट किया, उसी समय से प्रतिवर्ष आश्विन मास शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को जगम्मनपुर किला स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर से भगवान आम दर्शनार्थ नगर भ्रमण के उपरांत बाजार में बने लक्ष्मी नारायण चबूतरा पर विराजमान होते हैं । आज से कुछ वर्ष पूर्व तक इस अवसर पर क्षेत्रीय एवं स्थानीय ग्रामीणों का बड़ा हुजूम जुटता था एवं एक बड़े मेले का आयोजन भी होता था। दीपावली से भी अधिक आतिशबाजी होती थी, अनेक धार्मिक , सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते थे लेकिन धीमे धीमे यह महोत्सव फीका पड़ता गया । इस वर्ष दिनांक 19 अक्टूबर मंगलवार को भगवान शालिगराम (लक्ष्मी नारायण) की शोभायात्रा शाम सात बजे किला के मंदिर से निकलकर नजरबाग होते हुए लाला हरदौल मंदिर के रास्ते नगर परिक्रमा कर बाजार में लक्ष्मी नारायण चबूतरा पर पहुंचेगी।
इस अवसर पर राजा सुकृत शाह ने उपस्थित क्षेत्रीय लोगों से भगवान की यात्रा में शामिल होने के लिए आवाहन किया है । श्री शाह ने कहा कि यह 500 वर्ष प्राचीन धार्मिक परंपरा है इसमें क्षेत्रीय लोगों की श्रद्धा जुड़ी है अतः इस कार्यक्रम को जन सहयोग से जितना भव्य स्वरूप दिया जा सकता है उतना दिया जाएगा, इस अवसर पर राजकुमार द्विवेदी , विजय द्विवेदी अध्यक्ष व्यापार मंडल, गजेंद्र सिंह चंदेल, प्रमोद सिंह सेंगर पूर्व सदस्य जिला पंचायत, सचिन सिंह सेंगर, सत्येंद्र सिंह चंदेल पूर्व प्रधान, मोहर सिंह यादव ,कुशल पाल सिंह सेंगर ततारपुर ,अमन नारायण अवस्थी, राम किशोर द्विवेदी ,हाजी शब्बीर अली , हरेंद्र सिंह चंदेल , पुत्तन शर्मा, रूप सिंह यादव , बीरेश सिंह सेंगर गुढा, बृजेंद्र द्विवेदी, गुड्डू सिंह चौहान, दीनू पांडे भिटौरा ,श्रीओम तिवारी, पंडित प्रमोद शास्त्री, ओम प्रकाश याज्ञिक, हरचरण याज्ञिक, मुकेश याज्ञिक वावू आदि लगभग सैकडा से अधिक लोग मौजूद रहे।