जिले में 37,749 परिवारों में 1,23,701 लाभार्थी का जनपद में बनाया जाना है आयुष्मान कार्ड
जालौन : 'आयुष्मान अंत्योदय के द्वार' कार्यक्रम का आयोजन विकास भवन सभागार में आयोजन किया गया। जहां मुख्यमंत्री के द्वारा लखनऊ में अंत्योदय राशनकार्ड धारकों को आयुष्मान कार्ड बांटने के कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया गया। इस दौरान नगरीय क्षेत्र कांशीराम कॉलोनी के अंत्योदय राशन कार्ड धारक लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड जनप्रतिनिधियों के माध्यम से वितरित भी किया गया।
सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने बताया कि आयुष्मान योजना मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में से एक हैं। जिसमें गरीब परिवारों को निशुल्क उपचार के लिए पांच लाख रुपये तक की सुविधा दी जाती है। इस कार्ड के माध्यम से लाभार्थी व उनके परिवार का सदस्य किसी भी पंजीकृत निजी व राजकीय चिकित्सालय में भर्ती होने के बाद निशुल्क के उपचार करा सकते हैं। इससे उन्हें अपने या परिवार के उपचार के लिए किसी भी कर्ज में फंसने की आवश्यकता नहीं होती है, ना ही उन्हें अपने घर या जगह जमीन गिरवी रखना पड़ता है।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को योजना में सम्मिलित होने के पश्चात गरीबी रेखा के नीचे जी रहे लोगों के लिए यह योजना एक वरदान के रूप में है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत जनपद में कुल 1,05,042 लाभार्थी परिवार सम्मिलित किए गए हैं जिनमें अनुमानित 5,25,210 आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हैं। इन 105042 लाभार्थी परिवारों में से 46 प्रतिशत परिवारों में कम से कम एक आयुष्मान कार्ड जनपद जालौन में निर्गत किए जा चुके हैं। इसके अलावा जनपद के समस्त अंत्योदय राशनकार्ड धारक परिवार जो इस योजना में सम्मिलित होने से वंचित रह गए थे उन्हें भी आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान में सम्मिलित कर लिया गया है। जनपद जालौन में कुल 37,749 अंत्योदय राशनकार्ड धारक परिवार हैं, जिनका आयुष्मान कार्ड मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत निशुल्क बनना है। इन 37,739 कार्डधारको में 1,23,701 लाभार्थी हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ नरेंद्र देव शर्मा ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में लाभार्थी परिवार के किसी भी सदस्य को इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड होना अनिवार्य है। वर्तमान में जनपद में 14 अस्पताल इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत आयुष्मान योजना के डीपीसी डॉ आशीष कुमार झा ने योजना में अस्पतालों की भूमिका एवं प्रदेश में जनपद की स्थिति के साथ योजना का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए किया गया। जनपद जालौन में 23 सितंबर 2018 में योजना की शुरुआत से अब तक कुल 9361 लाभार्थियों का उपचार जनपद सहित प्रदेश व देश में योजनांतर्गत पंजीकृत निजी व राजकीय चिकित्सालयों में किया गया है। इनमे 5544 लाभार्थियों का उपचार निजी अस्पतालों में और शेष 3817 शासकीय अस्पतालों में उपचारित हैं। लाभार्थियों के उपचार दिलाने में जनपद जालौन का झांसी डिवीजन में प्रथम स्थान है एवं प्रदेश में 20 वा स्थान है। योजना के अंतर्गत जनपद के लाभार्थियों ने सबसे अधिक नेत्र संबंधित सर्जरी का उपचार करवाया है। वर्तमान में जनपद में कुल 14 अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पंजीकृत हैं, जिनमें 10 शासकीय अस्पताल हैं एवं चार निजी अस्पताल हैं।
कार्यक्रम में डीडीओ सुभाष चंद्र त्रिपाठी, डीएसओ अनूप तिवारी,एमएलसी स्वतंत्र देव सिंह के प्रतिनिधि अरविंद सिंह चौहान, देवेश उपाध्याय, मनीष निरंजन आदि मौजूद रहे। आयुष्मान कार्ड पाकर शिवानी शर्मा व वैदेहीशरण ने खुशी जताई और कहा कि कार्ड मिलने से वह भी योजन के अंतर्गत इलाज करा सकेंगे।
इन अस्पतालों में निशुल्क इलाज की सुविधा
शासकीय चिकित्सालयों में राजकीय मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, जिला महिला चिकित्सालय, एवं समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी, कदौरा, कोंच, जालौन, माधौगढ़, रामपुरा और नदीगांव है, जबकि निजी चिकित्सालय में उरई स्थित नेत्र ज्योति अस्पताल एवं कान्हा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल और कालपी स्थित किलकारी मेडिकल सेंटर एवं नारायण नेत्रालय प्रमुख हैं। इन सभी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से निशुल्क इलाज संभव है एवं उपचार की सुविधा दिलवाने के लिए अस्पताल में सहयोग के लिए आयुष्मान मित्र भी नियुक्त हैं।