गगनभेदी जयकारों व भक्ति भाव से निकली मां दुर्गा की शोभायात्रा, नम आंखों से किया मूर्ति विसर्जन
रिपोर्ट :- विजय द्विवेदी
जगम्मनपुर, जालौन : नवरात्रि समापन के उपरांत दशहरा पर मां दुर्गा की भव्य शोभायात्रा निकाली गई , श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से गगनभेदी जयकारों के साथ भरे मन से मां की मूर्ति का जल विसर्जन किया।
पंचनद क्षेत्र में यमुना पर नवरात्रि उपरांत दशहरा के अवसर पर मुर्तियां विसर्जित करने की परंपरा रही लेकिन जल प्रदूषण रोकने के उद्देश्य से सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नदियों में मूर्तियों के विसर्जन पर रोक लगाने से अब सभी मूर्तियां किसी स्वच्छ जलयुक्त सरोवर, नहर अथवा किसी जलाशय में विसर्जित की जाने लगी है। जगम्मनपुर के शिवगंज के पास विश्वनाथ घाट के नीचे नदी के किनारे प्राचीन जलाशय है, प्रतिवर्ष बाढ़ के जल से यह लबालब हो जाता है इसमें मूर्ति विसर्जन करके देवी भक्तों को यमुना में मूर्ति विसर्जन करने जैसी ही संतुष्टि हो जाती है। दशहरा के पर्व पर ग्राम जगम्मनपुर की तीन दुर्गा मूर्तियां, रामपुरा नगर की तीन दुर्गा मूर्तियां सहित आसपास के गांव में रखें छोटी-बड़ी कई मूर्तियों की भव्य शोभायात्रा निकाली गई तदोपरांत यमुना तट पर मौजूद प्राकृतिक जलाशय में मूर्तियों का अश्रुपूरित नेत्रों से विसर्जन किया गया । उप जिलाधिकारी माधौगढ़ शालिगराम ,क्षेत्राधिकारी शाहिदा नसरीन के नेतृत्व में प्रभारी थाना अध्यक्ष मूलचंद यादव , पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक सुशील पाराशर ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जिससे श्रद्धालुओं ने शांति और सुरक्षा पूर्वक मूर्तियों का विसर्जन किया ।
श्रद्धालुओं ने छका भंडारा : मूर्ति विसर्जन के लिए जाने वाले हजारों श्रद्धालु जो सुबह से पूरे दिन जुलूस में शामिल रहने के कारण शाम होते-होते भोजन की इच्छा करने लगते हैं इस आवश्यकता को समझकर ग्राम जगम्मनपुर में प्रतिवर्ष वाराही देवी मोड पर भंडारे का आयोजन किया जाता है । मूर्ति विसर्जन को जाने वाले लोग एवं अनेक राहगीर देवी मां का प्रसाद भंडारा पाकर आनंदित होते हैं ।