तीन चरणों में चलेगा अभियान, पहले चरण में वृध्ध आश्रम, जेल में जाएंगी टीमें
जालौन : राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अंतर्गत सक्रिय क्षय रोगियों की खोज के लिए अभियान शुरु हो गया है। पहले चरण में दो सितंबर से छह सितंबर तक अभियान चलाया जा रहा है। इसमें अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार आदि स्थानों पर अभियान चलाकर क्षय रोगियों की खोज की जाएगी।
यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुग्रीवबाबू ने दी। उन्होंने बताया कि यह अभियान तीन चरणों में चलाया जाना है। पहले चरण के अभियान के अंतर्गत टीमें वृद्धाश्रम, मदरसा आदि जगह जाकर सक्रिय क्षय रोगियों की खोज कर रही हैं, जबकि दूसरा चरण 7 सितंबर से 16 सितंबर तक चलाया जाएगा। इसमें शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की मलिन बस्तियों, अति जोखिम वाले क्षेत्रों जैसे सब्जी मंडी, लेबर मंडी, फल मंडी, निर्माणाधीन प्रोजेक्ट, ईट भट्टा, स्टोन क्रेशर, खदानें, साप्ताहिक बाजारों में विभाग की टीमें जाकर क्षय रोगियों की खोज करेंगी। दूसरे चरण में अभियान दस्तक अभियान की तर्ज पर चलाया जाएगा। इसमें आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम की टीम भी मरीजों को खोजने का काम करेंगी करेगी। इसके पश्चात तीसरा चरण 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। इसमें जनपद के निजी अस्पतालों में आने वाले संभावित क्षय रोगियों की खोज की जाएगी। इसके अलावा निक्षय पोषण योजना के तहत क्षय रोगियों का पंजीकरण कर उनके भुगतान की भी कार्यवाही तेजी से की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के लिए विभागीय टीमें लगा दी गई हैं। इसके अलावा क्षय रोगियों की खोज करने वाली आशा कार्यकर्ता को 500 रुपये पुरस्कार स्वरुप दिए जाएंगे। इस समय जिले में 1632 टीबी मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है और उनके खाते में हर माह डीबीटी के तहत 500 रुपये की पोषण राशि भी भेजी जा रही है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुग्रीवबाबू ने लोगों से अपील की कि टीमों का सहयोग करें ताकि क्षय उन्मूलन में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि यदि किसी को दो हफ्ते तक खांसी, बुखार या वजन कम हो रहा है तो ऐसे मरीज को अपनी जांच करानी चाहिए ताकि समय रहते उसका इलाज कराया जा सके।