गांव की सफाई व्यवस्था पर रखें नजर, घर - घर जाकर बीमारों का करें सर्वे
जालौन : संक्रामक रोग फैलाव रोकने के लिए फ्रंटलाइन वर्कर आशा कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौंपी गई है। आशा कार्यकर्ता को निर्देशित किया गया है कि वह अपने - अपने क्षेत्र में सफाई कर्मचारी के माध्यम से सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखवाएं और अपने क्षेत्र के घरों में जाकर देखें कि कहीं कोई ऐसा स्थान तो नहीं है, जहां पर पानी का जमाव हो रहा है और अगर जल जमाव है तो उसके निस्तारण के लिए लोगों से कहेगी। यदि कहीं बुखार, मलेरिया या डेंगू जैसी बीमारियां फैल रहीं हों तो तत्काल इसकी सूचना आईडीएसपी (एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम) विभाग में अवगत कराएं । यह निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने दिए है ।
डा. शर्मा का कहना है कि बारिश का मौसम अपने साथ बीमारियों को लेकर आता है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। मलेरिया विभाग को सतर्क कर दिया गया है कि कहीं भी बीमारी फैलने की सूचना मिले तो तत्काल मौके पर जाकर निरोधात्मक कार्रवाई करें। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वेक्टर बार्न डा. एसडी चौधरी ने बताया कि सभी ब्लाक स्तरीय चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वह पूरी सतर्कता बरते। किसी तरह की समस्या होने पर तत्काल अवगत कराएं । उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए दस बेड और सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चार- चार बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। फिलहाल अस्पतालों में कोई मरीज नहीं है। सभी मरीज घर पर है।
एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) विभाग के महामारी रोग विशेषज्ञ महेंद्र कुमार ने बताया कि कंट्रोल रूम बना दिया गया है, जिसका नंबर 05162-252516 है। अब तक जिले में 15 डेंगू के मरीज मिले हैं, सभी जगह निरोधात्मक कार्रवाई कर दी गई है। जहां भी केस मिलता है, तो उसके आस-पास के पचास से साठ घरों में संबंधित पीएचसी और मलेरिया विभाग की टीम जाकर निरोधात्मक कार्रवाई करती है। डेंगू रोग का पता लगाने के लिए संभावित रोगी के सैंपल लेकर उनका एलाइजा जांच मेडिकल कालेज से कराई जाती है।