भ्रांतियों को दरकिनार कर लक्ष्य के सापेक्ष 105 फीसद ने लगवाया टीका
जालौन जनपद में 24 हजार के मुकाबले 26808 लोगों का किया गया टीकाकरण
जालौन : कोरोना से लोगों को सुरक्षित बनाने के लिए प्रदेश में चलाया जा रहा टीकाकरण अभियान लोगों के जोश के कारण तेजी से परवान चढ़ रहा है। मंगलवार के एक दिवसीय महाअभियान में बुंदेलखण्ड के झांसी और चित्रकूट मंडल में 105 फीसदी टीकाकरण कराने में सफल रहा। 157700 के सापेक्ष 167115 लोगों ने टीका लगवाया। दोनों मंडलों के अपर निदेशक स्वास्थ्य ने सभी जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्साधिकारियों के प्रयासों की सराहना की है।
कोविड.19 से लोगों को बचाने के लिए प्रदेश में इस साल 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू किया गया था। शुरूआत में इसको लेकर लोगों में कुछ भ्रांतियां रहीं लेकिन राज्य सरकार व स्वास्थ्य विभाग के लगातार प्रयासों से अब लोगों में जागरूकता आ चुकी है। टीकाकरण को लेकर युवाओं में जोश है। तीन अगस्त को बुंदेलखण्ड के सातों जनपदों में हुआ टीकाकरण इसकी बानगी है।
झांसी मंडल की अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ अल्पना बरतारिया ने बताया कि मंडल में सबसे ज्यादा टीके जालौन जनपद में लगाए गए। यहां 24000 के सापेक्ष 26808 यानी 111.7 फीसद लोग प्रतिरक्षित हुए। झांसी जिले में सबसे अधिक 30000 का लक्ष्य रखा गया था, इसके मुकाबले यहां 26139 लोगों ने टीके लगवाए। वही ललितपुर में निर्धारित लक्ष्य 20000 के सापेक्ष 20990 यानी लगभग 105 प्रतिशत लोगों ने टीका लगवाया।
वहीं चित्रकूटधाम मण्डल के अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ आरबी गौतम ने बताया कि मंडल में सबसे ज्यादा टीके महोबा जनपद में लगाए गए। यहां 18000 के सापेक्ष 21986 यानी 122 फीसद लोग प्रतिरक्षित हुए। चित्रकूट जिले में 21700 का लक्ष्य रखा गया था। इसके मुकाबले 24640 लोगों ने टीके लगवाए। इसी तरह हमीरपुर में निर्धारित लक्ष्य 20000 के सापेक्ष 21513 यानी 107 प्रतिशत और बांदा जनपद में निर्धारित किए गए 24000 लक्ष्य के मुकाबले 25039 लोगों ने टीका लगवायाए जो कि लक्ष्य का 104 फीसद रहा।
जालौन के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. संजीव प्रभाकर का कहना है कि जिले में महाभियान के दौरान 156 स्थानों पर बूथ बनाए गए थे। जिसमें 24 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य था लेकिन लक्ष्य से ज्यादा यानी 26808 लोगों का टीकाकरण किया गया।