जिले की दो चिकित्सा इकाइयां सुमन योजना में शामिल
कोंच सीएचसी व जिला महिला अस्पताल में सुरक्षित मातृत्व आश्वासन (सुमन) योजना लागू
संवाद सहयोगी, जालौन : जनपद के ऐसे अस्पताल जहां हर महीने सौ से ज्यादा प्रसव होते है, उन स्वास्थ्य इकाइयों को सुसज्जित और सुविधा सम्पन्न बनाया जाएगा। सुरक्षित मातृत्व आश्वासन (सुमन) योजना के तहत जिले की दो स्वास्थ्य इकाइयों को चिह्नित किया गया है। इनमें जिला महिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच शामिल हैं | शासन के निर्देश पर इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ऊषा सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बना दी गई है। सीएमओ को सदस्य सचिव बनाया गया है। इसके अलावा एसीएमओ, एनएचएम के डीपीएम, चिकित्सा अधीक्षक, कायाकल्प परामर्शदाता, जिला मातृत्व परामर्शदाता को भी कमेटी में शामिल किया गया है। इसके साथ नगर वित्त विभाग, आयुष विभाग, जल एवं स्वच्छता विभाग, पंचायती राज, नगर निकाय, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, पंचायती राज, समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधि व स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस कमेटी का काम मातृ एवं शिशु मृत्यु दर रोकने के लिए सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देना है। जनवरी 2021 से जून 2021 तक जिला महिला अस्पताल में 2088 प्रसव हुए है। जबकि कोंच सीएचसी में 588 प्रसव हुए है।
कायाकल्प परामर्शदाता डा. अरुण कुमार ने बताया कि इस कमेटी का दायित्व होगा कि जो इकाइयां सुमन योजना में शामिल की गई है, उन्हें एनक्यूएएस (एनक्वास) सर्टिफाइड कराना है। इसके साथ ही योजना के विस्तार के लिए नई चिकित्सा इकाइयों को चिह्नित कर उनका सुदृढ़ीकरण कराना है।
इस योजना का लक्ष्य चिकित्सा इकाइयों के लिए आवश्यक संसाधन के लिए बजट का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजना है। हर महीने कमेटी की बैठक होगी। इसमें योजना की समीक्षा कर कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
डा. अरुण कुमार ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत मातृत्व स्वास्थ्य, नवजात एवं बाल स्वास्थ्य अन्य आरसीएच उपलब्ध सेवाएं सुनिश्चित की जायेंगी । मानव संसाधन एवं उपकरण की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले की दो स्वास्थ्य इकाइयों के इस योजना में शामिल होने से इन दोनों इकाइयों में संसाधन बढ़ेंगे, जिसका जिले के लोगों को लाभ मिलेगा।