जालौन: मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम में सभी करें सहयोग, सांसद भानुप्रताप वर्मा ने फीता काटकर अभियान का किया शुभारंभ
जालौन, 1 जुलाई 2021 : संचारी रोग नियंत्रण माह और दस्तक अभियान का जिला अस्पताल परिसर से सांसद भानुप्रताप वर्मा ने फीता काटकर शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने संचारी रोगों की रोकथाम के लिए सभी को सहयोग करने की शपथ दिलाई। सांसद ने अपने संबोधन में कहा कि संचारी रोगों की रोकथाम के लिए अभियान में जो भी विभाग सहयोगी है, वह पूरी जिम्मेदारी से अपनी भूमिका का निर्वहन करें। सरकार मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए कई कार्यक्रम और अभियान चला रही है। यह अभियान लोगों के सहयोग से ही सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोशिश करें कि अपने आसपास मच्छर न पनपने पाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ऊषा सिंह ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान में स्वास्थ्य विभाग नोडल की भूमिका निभा रहा है। यह सिर्फ एक महीने चलने वाला अभियान नहीं है। यह अनवरत चलने वाला कार्यक्रम है। मच्छरों के खिलाफ जो जंग शुरू की गई है, उसमें सभी अपना योगदान दें।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (वेक्टर बोर्न) डा. बीएम खैर ने कहा कि इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के अलावा पशुपालन, कृषि, शिक्षा, सूचना, नगर निकाय, ग्राम्य विकास जैसे विभाग भी सहयोगी है। पूरी कार्यक्रम की रणनीति बना ली गई है। माइक्रोप्लान बना लिया गया है। 12 जुलाई से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान भी चलेगा। जिसमें घर घर जाकर रोगियों की खोज की जाएगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सुग्रीवबाबू ने कहा कि अभियान के दौरान क्षय रोगियों की भी खोज की जाएगी। इसमें क्षय रोगी खोजने वाली आशा और आंगनबाड़ी को प्रति रोगी खोजने पर सूचनादाता के रुप में पांच सौ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। कार्यक्रम का संचालन जिला मलेरिया अधिकारी डा. जीएस स्वर्णकार ने किया। इस दौरान जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके सक्सेना, जिला कुष्ठ परामर्शदाता डा. मदनमोहन, चाई संस्था के प्रतिनिधि दीपक दुबे समेत चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में सांसद भानुप्रताप वर्मा ने हरी झंडा दिखाकर टीमों को अभियान के लिए रवाना किया।
मलेरिया व डेंगू कि वजह बनने वाले मच्छरों से ऐसे करें बचाव
अपने घर के आसपास किसी भी तरह का जलभराव न होने दें.| ध्यान रहे मच्छर गंदे और साफ पानी दोनों में पनप सकते हैं|
घरों में खिड़की दरवाजे के रास्ते घुस जाते हैं| दरवाजे और खिड़कियों पर ऐसी जाली लगवाएं, जिससे हवा तो अन्दर आए, लेकिन मच्छर न घुस पायें|
घरों की छतों पर रखी पानी की टंकी को ढककर रखें, ताकि मच्छर न पनप पायें|
रात में सोने के लिए मच्छरदानी लगा लें| मच्छरों से बचने के लिए ये बेहद आसान, प्रचलित और बेहद सुरक्षित तरीका है|
पूरी बांह कपड़े पहनें|
गाँव में जानवरों के बाड़ों को घर से दूर रखें| यहाँ काफी मच्छर पनप सकते हैं, इसलिए इसमें साफ-सफाई का बहुत ख्याल रखें|
खराब टायर, कूलर आदि में पानी जमा होने न दें|
संतुलित आहार ले औ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फल सब्जी लें