जालौन: 1231 टीमें घर-घर दस्तक देकर खोज रहे मरीज, बीमार लोगों की बनाई जा रही सूची
संवाद सहयोगी, जालौन : संचारी रोग नियंत्रण माह के अंतर्गत संक्रामक बीमारियों के प्रति जागरुकता व रोगियों की खोज के लिए घर घर दस्तक अभियान शुरू हो गया है। इसमें 1231 टीमें काम कर रही है। जिसमें 1148 ग्रामीण क्षेत्र में और 45 नगरीय क्षेत्र में कार्य कर रही हैं। टीम में आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर के साथ मिलकर घर घर मरीजों की खोज और जागरुक करने का काम हो कर रही है।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ जीएस स्वर्णकार ने बताया कि दस्तक शुरू हो गया है। जो 12 जुलाई से 25 जुलाई तक चलेगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर घर जाकर लोगों को जागरुक करने के साथ पांच प्रकार के रोगों को रोगियों की सूची बनाने का काम करेंगी। जिसमें बुखार से ग्रसित मरीजों की सूची, खांसी, जुकाम के लक्षणों से ग्रसित मरीजों की सूची, क्षय रोग के लक्षण युक्त लोगों की सूची, फाइलेरिया रोग से संबंधी रोगी और कुपोषित बच्चों की सूची बनाएगी। वह सभी घरों में जाकर उनसे पूछ रही है कि उनके घर में कोई बीमार तो नहीं है और किस तरह की बीमारी से ग्रसित है। बीमारी से ग्रसित लोगों की सूची बनाकर एएनएम के माध्यम से बीसीपीएम को भिजवाती है। वहां से जिला मुख्यालय तक सूची आती है। उन्होंने बताया कि एक टीम के पास 200 घरों का सर्वे करने की जिम्मेदारी है। टीमें जिन घरों में जाती है, उसके बाहर जागरुकता संबंधी पोस्टर व पंपलेंट्स भी चस्पा करती है। मंडलीय संयुक्त निदेशक डॉ रेखा रानी ने भी दस्तक अभियान की समीक्षा की। उन्होंने टीम के कार्यों पर संतुष्टि जताई।
उन्होंने बताया कि उन्होंने मिनौरी कालपी में आशा वर्कर मंजू और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुधा श्रीवास्तव व कुसुम राजपूत के साथ गांव में घर घर जाकर दस्तक अभियान की मानीटरिंग की। टीमें अच्छा काम कर रही है। सुपरवाइजर लगातार उनकी मॉनीटरिंग कर रहे है। हर शनिवार को साप्ताहिक समीक्षा की जा रही है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि सर्वे टीमों का सहयोग करें और सही जानकारी मुहैया कराए।
मिनौरा कालपी के ओमकार, कल्लू, मिश्रीलाल, इंद्रपाल आदि ने बताया कि टीम ने उनसे पूछा कि कोई बीमार तो नहीं है। कूलर में पानी का भराव तो नहीं है। टीम ने उन्हें बीमारियों के लक्षण बताए और टीका लगवाने के बारे में भी जानकारी ली। अभियान अच्छा है। इससे बीमारियों के प्रति लोग जागरुक होंगे।