जालौन: विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह पहली जुलाई से, कोविड नियमों का पालन करते हुए चलेगा अभियान, तैयारियां पूरी
जालौन, 29 जून 2021 : विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह एवं दस्तक अभियान का आयोजन इस बार पहली जुलाई से कोविड नियमों का पालन करते हुए मनाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी है। विभागीय समन्वय बैठकें हो चुकी है। टीमों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ऊषा सिंह ने सभी विभागीय अधिकारियों को पूरी जिम्मेदारी से काम करने और अभियान की मानीटरिंग प्रभावी ढंग से करने के निर्देश दिए।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ जीएस स्वर्णकार ने बताया कि संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए 1 जुलाई से 31 जुलाई तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें 12 जुलाई से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान आयोजित किया जाएगा। इस अभियान में जागरुकता संबंधी कार्यक्रमों के साथ पांच प्रकार के रोगियों की खोज की जाएगी। जिसमें मलेरिया के रोगियों की खोज, कोविड लक्षणों वाले मरीजों की खोज, टीबी मरीजों की खोज, फाइलेरिया मरीजों की संख्या और कुपोषित बच्चों की खोज के लिए टीमें लगाई गई है। जो घर घर जाकर मरीजों को खोजने का काम करेगी। एक टीम में आशा और आंगनबाड़ी दो सदस्य होंगे। कुल 1250 टीमें बनाई गई है। टीमें अपनी रिपोर्ट संबंधित क्षेत्र की एएनएम को सौंपेगी। एएनएम के माध्यम से बीसीपीएम और डीसीपीएम तक रिपोर्ट भेजी जाएगी। इसके बाद रिपोर्ट विभागीय पोर्टल पर अपडेट की जाएगी।
इन विभागों के सहयोग से चलेगा अभियान
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि इस बार अभियान नगर विकास, पंचायती राज, बाल विकास विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, चिकित्सा शिक्षा, कृषि, सिंचाई, शिक्षा विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांग कल्याण विभाग, सूचना विभाग जैसे विभागों के सहयोग से मिलकर चलाया जाएगा। सभी विभागों के साथ बैठकें हो चुकी है और विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदारियां बता दी गई है। हर शनिवार को अंर्तविभागीय समीक्षा बैठकें होगी। अभियान की पूरी रिपोर्ट 5 अगस्त को शासन को भेजी जाएगी।
12 जुलाई से 25 जुलाई तक चलेगा दस्तक अभियान
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि दिमागी बुखार, कोविड व अन्य संक्रामक रोगों के बारे में जागरुकता के लिए 12 से 25 जुलाई के बीच दस्तक अभियान आयोजित किया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य टीमें घर घर जाकर लोगों को बीमारियों से बचाव की जानकारियां देंगे। अभियान को प्रभावी बनाने के लिए आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम, शिक्षक व प्रधान एवं ग्राम विकास अधिकारी की सहभागिता रहेगी।