जालौन: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर हुई गर्भवती की जांचें

जालौन: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर हुई गर्भवती की जांचें

 प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर हुई गर्भवतीकी जांचें

जालौन, 9 जून 2021 : कोरोना काल में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से गर्भवती की सेहत का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। 

गर्भवती व गर्भस्थ शिशु दोनों स्वस्थ और सुरक्षित रहें, इसलिए हर माह की  नौ  तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएसएमए) दिवस स्वास्थ्य केंद्रों पर मनाया जाता है। 

इसमें गर्भवती की पूर्ण जाँच की जाती है। 

इसके जरिये पता लगाया जाता है किगर्भवती कहीं कोई  उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (एचआरपी) में तो नहीं है। यदि  महिला इस वर्ग में आती है तो उसकी विशेष देखभाल की जाती है।  

जिला महिला अस्पताल में पहुंची मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ऊषा सिंह ने बताया कि  कोरोना काल में भी गर्भवती अपना विशेष ध्यान रखें। तनाव बिल्कुल न लें।क्योंकि तनाव में रहने से गर्भस्थ शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ेगा | 

समय-समय पर जिला महिला अस्पताल जाकर जांच करा लें। 

उन्होंने बताया कि पीएमएसएमए दिवस मनाया जातारहा है। उन्होंने बताया कि जिला महिला अस्पताल के साथ सभी सीएचसी, पीएचसी में बुधवार को दिवस मनाकर गर्भवती की जांच की गई औरउन्हें स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी गई। जिला महिला अस्पताल में 168 गर्भवती की जांच की गई। जिसमें 18 उच्च जोखिम वाली निकली। जिन्हें सलाह दी गई।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि हर स्वास्थ्य केंद्र पर जहां पीएमएसएमएदिवस मनाया गया। इस दौरान परिवार नियोजन स्टॉल लगाकर परिवार नियोजन की जानकारी दीगई। गर्भवती को समझाया गया कि  प्रसव के बादकिस तरह गर्भनिरोध के लिए सुविधाएं मिलती हैं साथ ही उनके साथ आए लोगों कीकाउंसलिंग भी प्रशिक्षित स्टाफ, एएनएम, नर्स के द्वारा की गयी। गर्भावस्था जोखिम का पता लगाने के जांच जरूरीजिला महिला अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. एके सिंह ने बताया कि उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था वह अवस्थाहै जिसमें माँ या उसके भ्रूण के स्वास्थ्य या जीवन को खतरा होता है, किसी भी गर्भावस्था में जहाँ जटिलताओं की संभावना अधिक होतीहै, उस गर्भावस्था को हाई रिस्क प्रेगनेंसी या उच्चजोखिम वाली गर्भावस्था में रखा जाता है |  इस तरह की गर्भावस्था को प्रशिक्षित चिकित्सक  की विशिष्ट देखभाल की आवश्यकता होती है | 

उन्होंने बताया कि  उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाकी श्रेणी में उन महिलाओं को रखा जाता है, जिनकी आयु कम या ज्यादा है। वजन ज्यादा या कम है। गर्भावस्था में बीपी, शुगर की स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि पीएमएसएमए दिवसपर आने वाली समस्त गर्भवती की आवश्यक प्रसव पूर्व जांच, ब्लड प्रेशर, वजन, रक्त व पेशाब की जांच, मधुमेह एचआईवी, अल्ट्रासाउंड जांच आदि निशुल्क कराई जाती है। इस दौरान सीएमएस डा एके त्रिपाठी, डा. सुनीता बनौधा, परिवार कल्याण विशेषज्ञ ज्ञानप्रकाश पांडेय, अभिषेक मिश्रा मातृ स्वास्थ्यपरामर्शदाता रूबी सिंह आदि मौजूद रहे।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS