विद्युत मंत्रालय ने चक्रवात तौकते के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में बिजली की बहाली से जुड़े कार्यों के लिए सक्रिय कदम उठाए
विद्युत मंत्रालय (सचिव, विद्युत) चक्रवाती तूफान तौकते के चलते पैदा गंभीर हालात से निपटने के उद्देश्य से यथासंभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए राज्य बिजली इकाइयों, पीजीसीआईएल, आरईसी, पोसोको के साथ नियमित रूप से समीक्षा बैठक कर रहे हैं।
विद्युत सचिव ने गुजरात और केन्द्र शासित प्रदेश दीव में बिजली की बहाली से जुड़े कार्यों में तेजी लाने के उद्देश्य से कल एक विशेष समीक्षा बैठक की। ये तौकते चक्रवाती तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं। बैठक में एसीएस एनर्जी गुजरात, पीजीसीआईएल के सीएमडी और आईईईएमए के अध्यक्ष सहित अन्य ने भाग लिया।
पीजीसीआईएल ने बताया कि ईआरएस- इमर्जेंसी रिस्टोरेशन सिस्टम (जो 220 केवी के 10 टावर को बदल सकता है) के साथ 150 से ज्यादा अनुभवी लोगों का एक दल गुजरात पहुंच चुका है और उसने सबसे बुरी तरह प्रभावित दीव को बिजली की आपूर्ति करने वाली 220 केवी की लाइन को बहाल करने का काम शुरू कर दिया है।
पीजीसीआईएल ने ऐसे ठेकेदारों की सूची भी उपलब्ध कराई है, जिनसे 66केवी सिस्टम की बहाली से जुड़े कार्यों के लिए संपर्क किया जा सकता है। आईईईएमए ने भरोसा दिलाया कि वह विद्युत उपकरण विनिर्माताओं और बहाली कार्यों में तेजी लाने के लिए पारेषण लाइनों को फिर से दुरुस्त करने से जुड़े ठेकेदारों के साथ समन्वय कायम करेगा। विभिन्न राज्य सरकारों ने भी बहाली कार्यों के लिए आवश्यक सामग्री और कार्यबल उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है।