जीवनशैली में बदलाव लाकर बढ़ाएं प्रतिरोधक क्षमता
आयुर्वेदिक व यूनानी चिकित्सा में है कोविड से लड़ने की क्षमता
आयुर्वेदिक व यूनानी अस्पतालों में निशुल्क दी जा रही दवाओं की किट
जालौन 19 मई 2021 : रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जीवनशैली में बदलाव लाना बहुत जरूरी है । इसके लिए जरूरी है कि खानपान अच्छा हो, नियम संयम का पालन करें। यह सुझाव क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. मुरलीधर आर्या ने दिया। उन्होंने बताया कि आम नागरिकों की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से निशुल्क आयुर्वेदिक किट का वितरण किया जा रहा है।
डॉ. आर्या ने बताया कि जिले में संचालित 41 आयुर्वेदिक अस्पतालों में आयुर्वेदिक किट और दो मुसमरिया व कदौरा के यूनानी अस्पतालों में यूनानी की कोविड किट का वितरण किया जा रहा है। जिन लोगों को बुखार, जुखाम, बदनदर्द जैसी समस्या है, वह अपने नजदीकी आयुर्वेदिक व यूनानी अस्पतालों से औषधियां प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आयुर्वेदिक किट प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने में कारगर है। जिसका नतीजा है कि जिन लोगों ने भी इस दवा का सेवन किया है, वह तीन से चार दिनों में ठीक हो गए हैं। आयुर्वेदिक किट में आयुष 64 शम्समनी बटी, अणु तेल, आयुष क्वाथ और अगस्त हरीतकी रसायन दी जा रही है।
आयुर्वेदिक चिकित्सक डा अर्चना कुशवाहा ने बताया कि आयुर्वेदिक का असर लंबे समय तक रहता है। कोरोना काल में आयुर्वेदिक दवाओं ने बहुत काम किया है। विभाग की ओर से जो आयुर्वेदिक दवाएं दी जा रही है, उनका सेवन भोजन करने के बाद चिकित्सीय सलाह पर ही करना है। उन्होंने बताया कि हमें अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना है ताकि हमारी प्रतिरोधी क्षमता बढ़ सके।
आयुर्वेदिक किट में यह सामान दिया जा रहा है।
- आयुष 64-शरीर में बुखार जैसी समस्या को दूर करने के लिए
- संशमनी बटी-प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए
- अणु तेल-नाक के द्वारा प्रयोग किया जाने वाला वायरस नाशक
- आयुष क्वाथ-प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाले पेय अगस्त्स हरीतकी रसायन-सर्दी, खांसी, जुकाम और श्वांस संबंधी समस्या के लिए
- यूनानी किट में शामिल सामान
- जोसांदा क्वाथ-प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने का पेय
- तिरेयाके नजला-सर्दी जुकाम, खांसी के लिए
- शरबत उन्नाव-रक्तशोधक व खांसी संबंधी समस्या के लिए
- हब्बे अशगंद-बदनदर्द व प्रतिरोधी क्षमता के लिए
- खमीरा मरबादी-वायरस नाशक
- हब्बे बुखार-बुखार संबंधी समस्या के लिए